जिम्बाब्वे के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ हेनरी ओलंगा को हर भारतीय क्रिकेट फैन जानता होगा. भारतीय टीम अभी जिम्बाब्वे के खिलाफ ही वनडे सीरीज़ खेल रही है, भले ही इस वक्त जिम्बाब्वे कमज़ोर हो लेकिन एक वक्त वह टीम इंडिया को टक्कर देती थी. हेनरी ओलंगा और सचिन तेंदुलकर के बीच की लड़ाई फैन्स को याद है.
भारत-जिम्बाब्वे के बीच खेली जा रही के दौरान पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा ने एक किस्सा सुनाया है, जो हेनरी ओलंगा और सचिन तेंदुलकर की राइवलरी का है. अजय जडेजा के मुताबिक, जब 1998 में खेली गई कोका-कोला चैम्पियंस ट्रॉफी में हेनरी ओलंगा ने सचिन तेंदुलकर को परेशान किया और उनका विकेट लिया, तब वह ठीक से सो नहीं पाए थे क्योंकि वह उसे जवाब देना चाहते थे.
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बता दें कि जब 1998 में भारत और जिम्बाब्वे कोका-कोला चैम्पियंस ट्रॉफी में आमने-सामने थे, यह तब का वाक्या है. हेनरी ओलंगा जिन्होंने अपनी बॉलिंग से कहर बरपाया हुआ था, उन्होंने उस मैच में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ का विकेट लिया था, उसके बाद सचिन तेंदुलकर को भी एक बाउंसर डालकर पवेलियन भेजा और घूरने लगे.
हेनरी ओलंगा ने कोका-कोला कप के उस मैच में चार विकेट लिए, भारतीय टीम इस मैच को हार गई थी. लेकिन टीम इंडिया ने कोका-कोला कप के फाइनल में जिम्बाब्वे को दस विकेट से हराकर अपना बदला पूरा किया था.
अजय जडेजा ने बताया कि उस बॉल ने सचिन तेंदुलकर को बदलकर रख दिया, हम खुशनसीब हैं कि हमें सचिन के साथ खेलने का मौका मिला. क्योंकि वह किसी घमंड में नहीं रहते थे, लेकिन उन्हें अपने खेल पर गर्व था. जब हेनरी ओलंगा ने उन्हें आउट किया, तब वह उसके बारे में सोचते रहे और ठीक से सो भी नहीं पाए. पूरी रात वह खफा रहे और उस बॉल को लेकर परेशान रहे. क्योंकि हम उस मैच को हार गए थे.
फाइनल में सचिन ने पूरा किया था बदला
हालांकि, सचिन का यह गुस्सा सिर्फ 36 घंटे ही रहा. क्योंकि उस मैच के बाद जब भारत और जिम्बाब्वे फिर से उसी सीरीज़ के फाइनल मुकाबले में भिड़े थे, तब सचिन तेंदुलकर जिम्बाब्वे के हेनरी ओलंगा पर कहर बनकर टूट पड़े थे और बहुत धुनाई कर दी थी. सचिन ने उस पारी में सिर्फ 92 बॉल में 124 रन बना दिए थे और हेनरी ओलंगा को चौके-छक्के भी जड़े थे.
कोका-कोला चैम्पियंस ट्रॉफी के उस फाइनल मुकाबले में जिम्बाब्वे ने पहले बैटिंग करते हुए सिर्फ 196 रन बनाए थे, जवाब में टीम इंडिया ने 10 विकेट से इस मैच को जीत लिया था. सौरव गांगुली ने नाबाद 63 रन बनाए और सचिन तेंदुलकर ने 92 बॉल में 124 रन बना दिए, जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल रहे. टीम इंडिया ने सिर्फ 30 ओवर में लक्ष्य हासिल किया, हेनरी ओलंगा ने इस मैच में 6 ओवर में 50 रन दिए.