क्रिकेट के मैदान पर भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता किसी से छिपी नहीं है. दोनों देशों के बीच मुकाबलों का फैन्स बेसब्री से इंतजार करते हैं. आखिरी बार भारत-पाकिस्तान के बीच टी20 वर्ल्ड कप 2024 में मुकाबला हुआ था, जिसमें भारतीय टीम ने छह रनों से जीत हासिल की थी. अब दोनों टीमों के बीच चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में भी मुकाबला संभावित है, जिसके शेड्यूल एवं वेन्यू पर अंतिम फैसला होना बाकी है.
...जब भारत ने पाकिस्तान को हराकर रचा इतिहास
वैसे आज यानी 24 सितंबर का दिन भी भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में काफी मायने रखता है. 17 साल पहले इसी दिन भारत ने पाकिस्तान को हराकर आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2007 जीता था. टी20 वर्ल्ड कप का वो पहला सीजन था और महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने खिताब जीतकर इतिहास रच दिया. युवा कप्तान धोनी की अगुवाई में यंग टीम इंडिया ने हर किसी को हैरान करते हुए यह कमाल किया था. इसके साथ ही भारत टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली टीम बन गई थी.
इस मुकाबले को टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास का यह सबसे बड़ा मुकाबला कहा जाता है. साउथ अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में खेले गए उस फाइनल मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने निर्धारित 20 ओवरों में 157/5 का स्कोर खड़ा किया. भारत के लिए गौतम गंभीर ने 54 गेंदों में 75 रनों की शानदार पारी खेली. एक तरफ विकेट गिर रहे थे, लेकिन गंभीर क्रीज पर टिके रहे थे. गंभीर के अलावा युसूफ पठान (15), रॉबिन उथप्पा (8), युवराज सिंह (14), एमएस धोनी (6), रोहित शर्मा (30*) ने भी उपयोगी योगदान दिया.

जवाब में पाकिस्तानी टीम की खराब शुरुआत रही थी और उसने पहले ही ओवर में मोहम्मद हफीज (1) का विकेट गंवा दिया. उसके बाद कामरान अकमल (0) भी चलते बने, लेकिन इमरान नजीर (33) और यूनुस खान (24) ने पाकिस्तान की पारी को संभालने की कोशिश की. इसके बाद शोएब मलिक (8) और शाहिद आफरीदी (0) को इरफान पठान ने सस्ते में पवेलियन भेज दिया, जिसके चलते पाकिस्तान का स्कोर 6 विकेट पर 77 रन हो गया.
मगर मिस्बाह उल हक (43 रन) भारतीय गेंदबाजों के लिए मुसीबत बन कर खड़े हो गए. मिस्बाह ने यासिर अराफात (15) और सोहेल तनवीर (12) के साथ उपयोगी साझेदारियां कर पाकिस्तान को जीत की स्थिति में ला दिया था. पाकिस्तान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रन बनाने थे और उसके एक विकेट बचे थे. तब महेंद्र सिंह धोनी ने जोगिंदर शर्मा को बॉल थमाई. हर कोई इस फैसले से हैरान था, लेकिन जोगिंदर शर्मा ने कमाल कर दिया. आखिरी ओवर की तीसरी बॉल पर मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेलना चाहा, लेकिन वह श्रीसंत को कैच थमा बैठे. इसके साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया. फाइनल में भारत की ओर से इरफान पठान और आरपी सिंह ने सबसे ज्यादा तीन-तीन विकेट लिए थे.
टी-20 वर्ल्डकप 2007 में टीम इंडिया:
बनाम स्कॉटलैंड: मैच रद्द
बनाम पाकिस्तान: बॉल आउट में भारत की जीत
बनाम न्यूजीलैंड: 10 रनों से हार
बनाम इंग्लैंड: 18 रनों से जीत
बनाम साउथ अफ्रीका: 37 रनों से जीत
बनाम ऑस्ट्रेलिया: 15 रनों से जीत
बनाम पाकिस्तान: 5 रनों से जीत