scorecardresearch
 

KL Rahul Team India: खिलाड़ी या पहेली? टीम इंडिया में KL राहुल की क्या जरूरत है... पता नहीं!

बांग्लादेश के खिलाफ खत्म हुई टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी करने वाले केएल राहुल को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. केएल राहुल खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, ऐसे में मांग उठ रही है कि उनकी जगह टीम इंडिया में नहीं बनती है और अब यह बदलाव का वक्त है.

Advertisement
X
केएल राहुल की परफॉर्मेंस पर खड़े हो रहे सवाल (फाइल)
केएल राहुल की परफॉर्मेंस पर खड़े हो रहे सवाल (फाइल)

'स्ट्राइक रेट काफी हद तक ओवररेटेड होता है. मेरे लिए टीम के लिए मैच जीतना ज़रूरी होता है, मैं ये देखता हूं कि किस तरह टीम को जीत दिला पाऊं. अगर किसी दिन मुझे लगता है कि 120 का स्ट्राइक रेट मेरी टीम को जिता सकता है, तब मैं वही करूंगा. मैं इसी तरह बल्लेबाजी करता हूं और एक लीडर के तौर पर मैं ऐसे ही आगे बढ़ना चाहूंगा. हम गलतियां करेंगे और मैं ये नहीं कह रहा हूं कि मैंने कोई गलती नहीं की है, मैं सीखूंगा और एक बल्लेबाज, लीडर के तौर पर अच्छा होता जाऊंगा.'

आईपीएल 2020 के एक मैच के बाद जब केएल राहुल से स्ट्राइक रेट पर सवाल हुआ था, तब उन्होंने यही जवाब दिया था. यह सवाल कोई पहली बार या आखिरी बार नहीं हुआ था. 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद से ही यही सवाल हो रहा है कि केएल राहुल का स्ट्राइक रेट फॉर्मेट (टी20 या वनडे) के अनुसार नहीं है. सोशल मीडिया पर नज़र घुमाएंगे तो आईपीएल के सीजन के दौरान एक चर्चा हमेशा चलती है, जिसमें कहा जाता है कि केएल राहुल सिर्फ ऑरेन्ज कैप (सबसे ज्यादा रन का अवॉर्ड) के पीछे भागते हैं, टीम को जिताने के पीछे नहीं. 

पहले इस चर्चा को सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित रखा गया, लेकिन अब यह क्रिकेट फैन्स की दुनिया में आमबात हो चली है. केएल राहुल एक मिस्ट्री बन चुके हैं, एक ऐसी पहेली जिसे टीम मैनेजमेंट, क्रिकेट बोर्ड और साथ-साथ क्रिकेट फैन्स भी सुलझाने में जुटे हुए हैं. कुछ साल पहले केएल राहुल टी20 में सबसे स्टाइलिश प्लेयर लगते थे, जिनके पास क्लास के साथ बड़े शॉट भी थे. क्लास अभी भी है, लेकिन उसका नज़ारा दिखना बंद हो गया है. 

Advertisement

क्लिक करें: फ्लॉप सीनियर खिलाड़ी, अटपटे फैसले... बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया की ऐसे हुई किरकिरी

आंकड़ों का रुख करेंगे तो इस साल केएल राहुल ने टेस्ट मैच में 137 रन, वनडे मैचों में 251 रन और टी20 इंटरनेशनल में 434 रन बनाए हैं. यानी तीनों फॉर्मेट में मिलाकर भी वह बड़ी मुश्किल से 800 रनों का आंकड़ा पार कर पाए हैं. साल में उनसे कुछ मैच चोट या अनफिट होने की वजह से छूट गए हैं. लेकिन अगर वह उपलब्ध हैं तो प्लेइंग-11 में उनकी जगह पक्की ही है, वो भी तीनों फॉर्मेट में. सवाल यहीं से उठता है कि जो प्लेयर रन बनाने में असमर्थ नज़र आ रहा है, या हर बार बड़े मौकों पर चूक जा रहा है तब वह प्लेइंग-11 में कैसे है और क्यों है, साथ ही टीम का उप-कप्तान भी है. इतना ही नहीं रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में अधिकतर केएल राहुल ही कप्तानी करते नज़र आए हैं.     

केएल राहुल (फोटो: Getty)

विराट कोहली ने जब टेस्ट कप्तानी छोड़ी तब यह तय था कि रोहित शर्मा को ही कमान दी जाएगी और ऐसा हुआ भी था. लेकिन एक बहस ये भी छिड़ी कि भविष्य का लीडर कौन होगा. इसमें केएल राहुल का नाम सबसे आगे आया. शांत स्वभाव, टीम के ओपनर और लंबा अनुभव उनके पक्ष में गया, लेकिन चीज़ें अब बिगड़ती और हाथ से निकलती हुई दिख रही हैं.

Advertisement

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट-वनडे सीरीज में भी उनकी बुरी कप्तानी देखने को मिली थी, साथ ही अब साल के अंत में भारत ने भले ही बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीत ली हो, लेकिन कप्तानी के दौरान ब्लंडर हर किसी ने देखे. मैच विनर कुलदीप यादव को बाहर कर देना हो या फिर दूसरे टेस्ट में हार की कगार तक पहुंच जाना. सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प कमेंट भी आया कि बांग्लादेश सीरीज का सबसे बड़ा हासिल यही है कि केएल राहुल भविष्य में हमारी टीम के कप्तान नहीं हो सकते हैं. 

क्लिक करें: 'ये मंजूर नहीं…', KL राहुल पर भड़का टीम इंडिया के ये स्टार क्रिकेटर 

पिछले एक-दो साल में ही कई बड़े मौके आए हैं, जहां टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी और केएल राहुल फेल साबित हुए. टी20 वर्ल्ड कप 2021 में पाकिस्तान के खिलाफ 3 रन, एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 0 और 28 रन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद में हुए निर्णायक मैच में 1 रन या फिर टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ ही 4 रन की पारी ही क्यों ना हो. ऐसे कई उदाहरण मिलेंगे जहां बड़े मैच या बड़े टूर्नामेंट में केएल राहुल फ्लॉप हुए हों.

टीम इंडिया से भी बार-बार सवाल हुआ है कि केएल राहुल को कब तक टीम में जगह मिलती रहेगी. तब रोहित शर्मा ने उनपर भरोसा जताया था और कहा था कि केएल राहुल के कॉन्ट्रिब्यूशन को हमेशा कम ही आंका जाता है. सिर्फ कप्तान ही नहीं, बल्कि कोच राहुल द्रविड़ ने भी केएल राहुल का बचाव कई मौकों पर किया है. अब जब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है, तब सवाल उठते हैं कि आखिर केएल राहुल क्यों टीम में बने रहें. 

Advertisement

क्या वक्त आ चुका है कि टीम इंडिया को नाम नहीं, बल्कि रनों का पैमाना मानकर ही फैसला लेना चाहिए. टेस्ट हो या वनडे और टी20 टीम हर कहीं केएल राहुल के बिना भी कई ऑप्शन टीम इंडिया के पास हैं. ईशान किशन, संजू सैमसन, शुभमन गिल जैसे युवा बल्लेबाज जो भविष्य और वर्तमान में टीम इंडिया के लिए कमाल कर सकते हैं, शायद केएल राहुल की वजह से उनका रास्ता बंद हुआ है. 
 

Advertisement
Advertisement