India vs Bangladesh 2nd Test: कानपुर का ग्रीनपार्क स्टेडियम भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाले दूसरे टेस्ट मैच का गवाह बनेगा. यह मुकाबला 27 सितंबर से सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा. गौर करने वाले बात यह है कि साल 2021 के बाद कानपुर में भारतीय टीम कोई टेस्ट मैच खेलने उतर रही है.
तब भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया मुकाबला ड्रॉ रहा था. ऐसे में सवाल है कि चेन्नई के एमए चिदम्बरम स्टेडियम की पिच की तुलना में ग्रीनपार्क स्टेडियम की पिच कैसी होगी? लेकिन अब पिच के मिजाज को लेकर कई चीजें सामने आ गई हैं. वहीं यह रिपोर्ट भी सामने आई है कि कानपुर की पिच की मिट्टी की जांच आईआईटी (IIT) से करवाई गई है.
📍 Kanpur#TeamIndia hit the ground running ahead of the 2nd #INDvBAN Test 🙌@IDFCFIRSTBank pic.twitter.com/EMPiOa8HII
— BCCI (@BCCI) September 26, 2024
ग्रीन पार्क के क्यूरेटर ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट के लिए पिच आदर्श होगी जो पहले दो सेशल में तेज गेंदबाजों और आखिरी तीन दिनों में स्पिनरों की मदद करेगी, यानी गेंद घूमेगी.
क्यूरेटर शिव कुमार ने पीटीआई से कहा, ‘इसमें चेन्नई में हुए मैच जैसा अहसास होगा. इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ होगा. पहले दो सेशन में उछाल मिलेगा और पहले दो दिनों में बल्लेबाजी के लिए यह काफी अच्छा रहेगा. फिर आखिरी तीन दिनों में स्पिनरों की भूमिका अहम होगी.’
ग्रीन पार्क की पिच के लिए काली मिट्टी हमेशा की तरह उन्नाव के पास गांव से मंगाई गई है, जो कानपुर से 23 किमी दूर है. काली मिट्टी से बनी पिचें पारंपरिक रूप से स्पिनरों की मदद करती हैं, जबकि लाल मिट्टी तेज गेंदबाजों की मदद करती है. पिच के धीमे रहने की उम्मीद है.
उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम इस मिट्टी का जांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से करवाते हैं. यह एक विशेष मिट्टी है जो काली मिट्टी गांव के एक तालाब के पास पाई जाती है. हम वर्षों से गांव से काली मिट्टी लाते रहे हैं.’
यूपीसीए ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए दूसरे टेस्ट के दौरान प्लास्टिक के उपयोग को काफी कम करने का फैसला किया है.यूपीसीए ने स्टेडियम के अंदर ‘स्नैक्स’ परोसने के लिए प्लास्टिक की प्लेटों पर प्रतिबंध लगा दिया है और केवल कागज़ की प्लेटों की अनुमति दी जाएगी.
स्टेडियम के निदेशक संजय कपूर ने कहा, ‘यह ग्रीन पार्क में होने वाला मैच है और हम इसे ‘ग्रीन’ (हरित) मैच बनाने का प्रयास कर रहे हैं. हमने जितना संभव हो सके उतना कम प्लास्टिक का उपयोग करने का फैसला किया है.’ ध्यान रहे भारत ने चेन्नई में पहले टेस्ट में बांग्लादेश को 280 रनों से हराया था.
कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत के आंकड़े
1952 में कानपुर के ग्रीनपार्क में सबसे पहले कोई टेस्ट मैच खेला गया था. तब से अब तक यहां कुल 23 टेस्ट मैच खेले गए हैं. इन 23 मैचों में भारतीय टीम ने 7 मुकाबले यहां जीते हैं. वहीं 3 मुकाबलों में उसे हार मिली है. वहीं 13 मैच ड्रॉ रहे हैं. बांग्लादेश की टीम कानपुर के मैदान में पहली बार कोई टेस्ट मैच खेलने उतर रही है.