भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार झेलनी पड़ी. हार के बाद भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. गंभीर ने लगभग चार महीने पहले हेड कोच का पद संभाला था. मगर उनकी कोचिंग में भारतीय टीम पहले श्रीलंका दौरे पर वनडे सीरीज हारी. फिर अब कीवियों के खिलाफ रोहित ब्रिगेड को शर्मनाक हार मिली.
गौतम गंभीर ने जब हेड कोच का पद संभाला तो उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से पसंदीदा कोचिंग स्टाफ की डिमांड की. बीसीसीआई ने गंभीर की मांग सुनी भी. अभिषेक नायर और रयान टेन डोशेट असिस्टेंट कोच के तौर पर नियुक्त किए गए. वहीं साउथ अफ्रीकी दिग्गज मोर्ने मोर्केल को बॉलिंग कोच चुना गया. जबकि टी. दिलीप फील्डिंग कोच के तौर पर बरकरार रहे. राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान भी दिलीप इसी भूमिका में थे.
....गंभीर ने चुना अनुभवहीन सपोर्ट स्टाफ
अभिषेक नायर, रयान टेन डोशेट और मोर्ने मोर्केल हेड कोच गौतम गंभीर के खास माने जाते हैं. ये तीनों इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी गंभीर के साथ काम कर चुके हैं. मोर्ने मोर्केल तो टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं. मगर अभिषेक नायर और रयान टेन डोशेट को क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट का तनिक अनुभव नहीं है. अभिषेक नायर और रयान टेन डोशेट ने बतौर कोच मुख्यत: फ्रेंचाइजी क्रिकेट में काम किया हुआ है.
खुद गौतम गंभीर को भी आईपीएल में मेंटरशिप का अनुभव रहा है. गंभीर की बात मानते हुए बीसीसीआई ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में ट्रेनिंग लिए कोच की बजाय अभिषेक नायर, रयान टेन डोशेट और मोर्ने मोर्केल को चुना. अभिषेक-रयान के टेस्ट फॉर्मेट का अनुभव ना होने का खामियाजा शायद अब भारतीय टीम भी भुगत रही है.
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पहले बात साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज मोर्केल की करते हैं. गंभीर और मोर्केल लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) टीम में साथ में काम कर चुके हैं. गंभीर ने दो साल तक लखनऊ टीम के मेंटर के रूप में काम किया. इसके बाद गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स में शामिल हो गए. वहीं एंडी फ्लावर के रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) में चले जाने के बाद मोर्केल नए हेड कोच जस्टिन लैंगर के अंडर फ्रेंचाइजी के गेंदबाजी कोच के रूप में बने रहे.
पाकिस्तान को कोचिंग दे चुके मोर्केल
मोर्केल ने 2006 से 2018 के बीच 86 टेस्ट, 117 वनडे और 44 टी20 मैच खेले थे. इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 309, ओडीआई में 188 और टी20 इंटरनेशनल में 47 विकेट चटकाए. यानी मोर्केल को टेस्ट क्रिकेट खेलने का अच्छा खासा अनुभव है. हालांकि भारत का बॉलिग कोच बनने से पहले मोर्केल भी व्हाइट बॉल क्रिकेट ही में कोचिंग देने का अनुभव रखते थे. मोर्केल पिछले साल भारत में हुए वनडे वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान टीम के कोच थे, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के साथ उनका अनुबंध समाप्त होने से कुछ महीने पहले ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी.

रयान टेन डोशेट और अभिषेक नायर ने आईपीएल 2024 के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) में गंभीर के साथ काम किया था. आईपीएल 2024 में डोशेट केकेआर के फील्डिंग कोच थे. जबकि नायर असिस्टेंट कोच थे. गंभीर की मेंटरशिप में केकेआर ने आईपीएल 2024 का खिताब जीता था. रयान टेन डोशेट ने नीदरलैंड्स के लिए 33 वनडे और 24 टी20 मुकाबले खेले. इस दौरान उन्होंने ओडीआई में 67 के एवरेज से 1541 रन बनाए. जबकि टी20 इंटरनेशनल में डोशेट के नाम पर 41 की औसत से 533 रन दर्ज हैं.
रयान टेन डोशेट ने टी20 इंटरनेशनल में 68 विकेट भी चटकाए. अभिषेक नायर की बात करें तो उन्हें भारत के लिए सिर्फ 3 वनडे मैचों में भाग लेने का मौका मिला. टी. दिलीप को फर्स्ट क्लास क्रिकेट का भी अनुभव नहीं है, मगर उन्होंने बतौर फील्डिंग कोच भारतीय टीम में काफी सुधार किया है. ऐसे में दिलीप पर सवाल उठाना बनता नहीं है.
भारतीय टीम का मौजूदा कोचिंग स्टाफ
गौतम गंभीर: हेड कोच
अभिषेक नायर: असिस्टेंट कोच
रयान टेन डोशेट: असिस्टेंट कोच
मोर्ने मोर्केल: गेंदबाजी कोच
टी. दिलीप: फील्डिंग कोच