टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए कोहली ने अपने 14 वर्षों के शानदार टेस्ट करियर को अलविदा कहा. विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 9230 रन बनाए. जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं. लेकिन उनके इस फैसले ने सबको चौंका दिया है, खासकर इसलिए क्योंकि यह घोषणा इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ से ठीक पहले आई है. आइए जानते हैं कि विराट कोहली के इस फैसले के पीछे आखिर क्या कारण हो सकते हैं...
1. रोहित शर्मा के संन्यास का प्रभाव
विराट कोहली के संन्यास के फैसले से 5 दिन पहले ही रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था. दोनों दिग्गजों ने कई वर्षों तक साथ खेले. ऐसे में यह मुमकिन है कि रोहित का फैसला विराट के लिए भी एक संकेत रहा हो कि अब समय आ गया है.
2. पारिवारिक जीवन को प्राथमिकता देना
एक क्रिकेटर का जीवन हमेशा दौरे और अभ्यास में व्यस्त रहता है, जिससे परिवार के साथ समय बिताना मुश्किल हो जाता है. विराट कोहली अब दो बच्चों के पिता हैं. शायद अब वे चाहते हैं कि वे अपने परिवार को समय दें. टेस्ट और टी20 से संन्यास लेने के बाद, कोहली का शेड्यूल अब पहले से काफी हल्का हो जाएगा.
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3- वनडे विश्व कप 2027 की तैयारी
विराट कोहली भले ही T20 और टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो गए हों, लेकिन वो अभी भी वनडे टीम का हिस्सा हैं. 2027 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए उन्होंने यह फैसला लिया हो सकता है. कोहली अब भी 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार को भूले नहीं होंगे और शायद वो एक और विश्व कप जीतने की कोशिश में खुद को पूरी तरह समर्पित करना चाहते हैं.
4. युवा खिलाड़ियों को मौका देना
टी20 की तरह टेस्ट क्रिकेट से भी कोहली और रोहित के हटने से अब नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को मौका मिलेगा. टीम इंडिया के पास आज ऐसे कई युवा खिलाड़ी हैं, जो अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए बेताब हैं. संभव है कि विराट ने खुद इस बात को महसूस किया हो कि अब नई सोच और नई ऊर्जा की जरूरत है, और उनके संन्यास से टीम में जगह बनेगी.
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5- हाल के वर्षों में खराब फॉर्म
कोहली के संन्यास के पीछे सबसे वास्तविक कारण उनकी गिरती हुई टेस्ट फॉर्म हो सकती है. 2019 के बाद से कोहली टेस्ट में उतने खतरनाक नहीं दिखे हैं. पिछले साल उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. 10 टेस्ट मैचों में सिर्फ 382 रन ही उनके बल्ले से निकले थे. उनका औसत 22.47 था, सिर्फ एक शतक और एक अर्धशतक ही आए थे. इसके चलते उनका करियर औसत भी 50 से गिरकर करीब 46 पर आ गया था.
विराट कोहली का टेस्ट करियर कुल 14 साल का रहा, जिसमें उन्होंने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में 30 शतकों के साथ 9230 रन बनाए. 36 साल के विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में आखिरी बार ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलते हुए नजर आए थे. जहां भारत को 5 मैचों की सीरीज में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
विराट कोहली का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर
123 टेस्ट, 210 पारी, 9230 रन, 46.85 एवरेज, 30 शतक, 31 अर्धशतक
302 वनडे, 290 पारी, 14181 रन, 57.88 एवरेज, 51 शतक, 74 अर्धशतक, 5
125 टी20, 117 पारी, 4188 रन, 48.69 एवरेज, 1 शतक, 38 अर्धशतक, 4