अंतरिक्ष में एक रहस्यमयी मेहमान आया है – धूमकेतु 3I/ATLAS. यह हमारी गैलेक्सी के बाहर से आया है और 209214.72 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है. नासा ने इसकी नई तस्वीर जारी की है, जिसमें यह एक चमकदार बिंदु की तरह दिख रहा है और पीछे हल्की पूंछ है.
लेकिन एक नई फोटो में पांच चमकदार बिंदु इसके चारों तरफ घूमते दिख रहे हैं, जिससे लोग हैरान हैं. क्या यह एलियन तकनीक है या सिर्फ कैमरा की गड़बड़ी? वैज्ञानिक कहते हैं कि यह सामान्य है, लेकिन यह तस्वीर सबको दोबारा देखने पर मजबूर कर रही है.
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रेय की एस्ट्रोफोटोग्राफी नाम के एक एस्ट्रोनॉमर ने धूमकेतु की लेटेस्ट फोटो ली है. बीच में धूमकेतु का चमकदार कोर (केंद्र) है, जो बहुत तेज चमक रहा है. लेकिन इसके चारों तरफ पांच चमकदार स्पॉट (बिंदु) हैं, जो ऐसा लग रहा है जैसे पांच चीजें केंद्र के इर्द-गिर्द घूम रही हों.
स्टैक्ड इमेज (कई फोटो जोड़कर बनी तस्वीर) में कोमा (धूमकेतु का बादल) का पैटर्न बदलता दिख रहा है, धूल की जेट्स (फव्वारे) निकल रही हैं. अंदर का कोर हिल रहा है. इससे घूमने का प्रभाव बन रहा है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये पांच रोशनी शायद कैमरा की डिफ्रैक्शन (प्रकाश की झुकाव), सेंसर की रिफ्लेक्शन (प्रतिबिंब) या बैकग्राउंड स्टार्स हैं, जो धूमकेतु की चमक से धुंधले हो गए हैं. लेकिन तरीका इतना सही लग रहा है कि लोग सोच रहे हैं – क्या 3I/ATLAS कुछ अनोखा कर रहा है?
कुछ लोग इसे विजिटर के चारों तरफ पांच रोशनी कहकर एलियन थ्योरी जोड़ रहे हैं. नासा की आधिकारिक तस्वीर आने से पहले यह फोटो वायरल हो गई है.
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नासा ने धूमकेतु की नई इमेज जारी की है, जिसमें यह एक चमकदार डॉट (बिंदु) दिख रहा है. पीछे हल्की पूंछ है. यह सिर्फ तीसरा इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट है जो 2017 के बाद हमारी सोलर सिस्टम में आया है. नासा के टॉम स्टैटलर ने कहा कि यह दूसरे सोलर सिस्टम की रचना और इतिहास को समझने का नया दरवाजा है.
We've just released the latest images of the interstellar comet 3I/ATLAS, as observed by eight different spacecraft, satellites, and telescopes.
— NASA (@NASA) November 19, 2025
Here's what we've learned about the comet — and how we're studying it across the solar system: https://t.co/ZIt1Qq6DSp pic.twitter.com/ITD6BqVlGn
धूमकेतु 19 दिसंबर को पृथ्वी के पास से गुजरेगा, लेकिन सुरक्षित दूरी – 17 करोड़ मील दूर. जबकि कुछ लोग इसे एलियन तकनीक कह रहे हैं, वैज्ञानिकों के लिए यह और भी रोमांचक है – यह उन स्टार सिस्टम से आया मैसेंजर हो सकता है जो हमारे सोलर सिस्टम से पहले बने थे. दिसंबर में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप इसकी बारीक जांच करेगा.
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नासा पूरे सोलर सिस्टम में 3I/ATLAS को ट्रैक कर रहा है – यह अब तक का सबसे बड़ा अभियान है. 12 नासा स्पेसक्राफ्ट ने 1 जुलाई से इसकी फोटो ली और डेटा प्रोसेस किया है. कई और स्पेसक्राफ्ट आगे फोटो लेंगे. इतने जगहों से देखने से वैज्ञानिक समझेंगे कि यह हमारे सोलर सिस्टम के धूमकेतुओं से कैसे अलग है. इससे पता चलेगा कि दूसरे सिस्टम की रचना हमसे कितनी अलग है.

सबसे करीब की फोटो मंगल ग्रह से ली गईं. इस साल की शुरुआत में धूमकेतु मंगल से 1 करोड़ 90 लाख मील दूर से गुजरा. नासा के तीन स्पेसक्राफ्ट ने इसे देखा...
3I/ATLAS हमारी गैलेक्सी के बाहर से आया है, इसलिए यह दूसरे सिस्टम की जानकारी दे सकता है. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इससे पता चलेगा कि ब्रह्मांड में जीवन कैसे बना. एलियन थ्योरी वाले लोग कहते हैं कि पांच रोशनी एलियन शिप हो सकती हैं, लेकिन नासा कहता है कि यह सिर्फ ऑप्टिकल इफेक्ट (प्रकाश का प्रभाव) है.
आगे की जांच से सच्चाई पता चलेगी. यह घटना हमें बताती है कि अंतरिक्ष कितना रहस्यमयी है. नासा की टीम लगातार काम कर रही है. दिसंबर में ज्यादा डिटेल आएंगी.