पाकिस्तान पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश से जूझ रहा है. पंजाब प्रांत में बाढ़ से 10 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं. प्रांतीय आपदा प्राधिकरण ने कहा कि भारी बारिश से बाढ़ आई. सेना की मदद से बचाव कार्य चल रहे हैं. Photo: Reuters
पंजाब में 1.67 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित. 40 हजार ने स्वेच्छा से घर छोड़े. अगस्त के आधे महीने तक 802 लोग मारे गए. फसलें नष्ट, सड़कें बंद. चेनाब नदी उफान पर है. भारत ने कश्मीर के डैम से पानी छोड़ा, जिससे डाउनस्ट्रीम बाढ़ की चेतावनी दी. Photo: Reuters
भारी बारिश से पाकिस्तान में 10 लाख विस्थापित, जबकि भारत ने चेतावनी देकर मदद की. जलवायु परिवर्तन से ऐसी समस्याएं बढ़ेंगी, इसलिए इंडस ट्रीटी जैसे समझौतों को मजबूत करना जरूरी. Photo: AP
पाकिस्तान ने इसे भारत का दोष बताया, लेकिन यह मॉनसून का हिस्सा है. लाहौर और अन्य शहरों में जलभराव है. वाघा पर भी यही समस्या है. पाकिस्तान ने सैंड बैग्स लगाए, लेकिन पानी बहा ले गया. यह बाढ़ 2022 की बाढ़ की याद दिलाती है, जब पाकिस्तान का 1/3 हिस्सा डूब गया था. Photo: Reuters
वाघा बॉर्डर पर दैनिक झंडा उतारने की परेड के दौरान पाकिस्तान का साइड कीचड़ भरे घुटने लंबे पानी में डूबा नजर आया, जबकि भारतीय साइड साफ-सुथरा था. एक वायरल वीडियो में पाकिस्तानी रेंजर्स घुटनों में पानी खड़े दिखे, जिससे पाकिस्तान शर्मिंदा हो गया. Photo: Reuters
पाकिस्तान ने इसका दोष भारतीय तरफ ग्रैंड ट्रंक रोड (जीटी रोड) की ऊंचाई पर डाला, जिससे पानी उसके साइड में बहकर जमा हो गया. लेकिन सच्चाई यह है कि भारत ने पहले ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और बेहतर ड्रेनेज मैनेजमेंट लागू कर लिया है, जिससे पानी भराव रोका जा सका. Photo: Reuters
पाकिस्तान पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश से जूझ रहा है. उसके साइड पर परेड एरिया कीचड़ भरे पानी में डूबा हुआ है. सैंड बैग्स कुछ जगहों पर लगाए गए हैं, लेकिन भारतीय साइड पर अंतरराष्ट्रीय गेट्स के पास छोटे क्षेत्र को छोड़कर कोई पानी नहीं. Photo: Reuters