Vastu Tips: क्या आपने कभी सोचा है कि मुख्य दरवाजे की गलत दिशा भी घर में चोरी होने का कारण बन सकती है. यदि आपके घर में अक्सर चोरी होती है. घर का सामान अचानक गायब हो जाता है और पता नहीं चलता कि कहां गया तो अपने घर के मुख्य द्वार को ध्यान से देखें. कहीं आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण-पूर्व दिशा में तो नहीं है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण-पूर्व दिशा (साउथ-ईस्ट) में मुख्य द्वार होने से घर का सामान चोरी होने या खो जाने की संभावना बनी रहती है.
इतना ही नहीं, वास्तु के जानकार कहते हैं कि ऐसा दरवाजा घर में पैसों का फ्लो रोक देता है. धन की आवक प्रभावित होती है. आमदनी के स्रोत बाधित होने लगते हैं. आदमी हमेशा उधार और कर्ज में फंसा रहता है. पैसों को घर जमा करके रख पाना मुश्किल हो जाता है. जिन घरों का मुख्य द्वार दक्षिण-पूर्व दिशा में होता है, वहां अक्सर छोटी-छोटी चीजों की चोरी होती रहती है. व्यक्ति को पता ही नहीं चल पाता कि आखिर उसके साथ हो क्या रहा है.
घाटे में रहेंगे फैक्ट्री-दुकान
वास्तु के अनुसार, इस दिशा में टॉयलेट होने से अक्सर रिश्तेदार ही आदमी का पैसा लेकर भाग जाते हैं. कार्यस्थल पर दक्षिण-पूर्व दिशा में मुख्य द्वार का होना तो और भी खराब है. ऐसी फैक्ट्री या कार्यस्थल से सामान गायब होने के मामले लगातार सामने आते रहते हैं. इस दिशा में बना टॉयलेट आपकी बिक्री पर बुरा असर डालता है. ग्राहक आएगा, लेकिन सामान नहीं खरीदेगा. या फिर उधार करके चला जाएगा.
साथ ही, आप अपनी मेहनत की कमाई से कभी संतुष्ट नहीं रहेंगे. दक्षिण-पूर्व दिशा में बना टॉयलेट धन संबंधित सोच को भटका देता है. दूसरे शब्दों में कहें तो आप कभी ये नहीं समझ पाएंगे कि पैसों के मामले में किस पर भरोसा करें और किस पर नहीं. अगर अपनी मेहनत की कमाई को बर्बाद नहीं करना है तो घर और कार्यस्थल में दक्षिण-पूर्व दिशा में मुख्य द्वार कभी न रखें.
रसोई बनाने से होगा धन लाभ
हालांकि इस दिशा में रसोई का होना बहुत अच्छा माना जाता है. यहां रसोई होने से धनधान्य में वृद्धि होती है. आदमी उधार-कर्ज से हमेशा मुक्त रहता है. आपके जीवन में पैसों को फ्लो निरंतर बना रहेगा. अग्नि तत्व की इस दिशा में गलती से भी जल तत्व और आकाश तत्व के रंग (काला, नीला और सफेद) का प्रयोग बिल्कुल न करें. यह धन की समस्या का कारण बन सकता है.