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Navratri 2025 Ashtami Shubh Muhurt: सुबह इतने बजे शुरू हो जाएगा अष्टमी के कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त, नोट करें टाइमिंग

Ashtami Kanya Pujan Shubh Muhurt: इस साल अष्टमी तिथि का कन्या पूजन 30 अक्टूबर दिन मंगलवार को किया जाएगा. अष्टमी पर कन्या पूजन के तीन शुभ मुहूर्त रहने वाले हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं.

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अष्टमी पर कन्या पूजन का पहला शुभ मुहूर्त 30 अक्टूबर को सुबह 05.01 बजे शुरू हो जाएगा. (Photo: AI Generated)
अष्टमी पर कन्या पूजन का पहला शुभ मुहूर्त 30 अक्टूबर को सुबह 05.01 बजे शुरू हो जाएगा. (Photo: AI Generated)

Shardiya Navratri 2025 Ashtami Kanya Pujan Shubh Muhurt: शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा का विधान है. इस दिन लोग उपवास रखते हैं. मां महागौरी की विधिवत उपासना और कन्या पूजन करते हैं. कहते हैं कि नवरात्रि की महाष्टमी पर कन्या पूजन करने से भक्तों की सारी मनोकामानएं पूरी हो जाती हैं. इस साल शारदीय नवरात्र में अष्टमी तिथि का कन्या पूजन मंगलवार, 30 अक्टूबर को किया जाएगा. आइए जानते हैं कि अष्टमी पर कन्या पूजन की विधि और शुभ मुहूर्त क्या रहने वाले हैं.

मां महागौरी की पूजा
अष्टमी पर कन्या पूजन से पहले माता महागौरी की पूजा होती है. यह पूजा पीले रंग के वस्त्र धारण करके करनी चाहिए. इस दिन सुबह स्नानादि के बाद सबसे पहले देवी मां के सामने एक घी का दीपक जलाएं और उनका ध्यान करें. पूजा में देवी को सफेद या पीले रंग के फूल अर्पित करें. देवी को फल और मिठाई का भोग लगाएं. इसके बाद देवी की आरती उतारें और अपनी मनोकामना कहें.

अष्टमी पर कन्या पूजन की विधि (Ashtami Kanya Pujan Vidhi)
नवरात्र का महापर्व केवल व्रत और तपस्या का त्योहार नहीं है, यह नारी शक्ति और कन्याओं के सम्मान का भी उत्सव है. इसलिए नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन की परंपरा भी है. अष्टमी और नवमी तिथि पर छोटी-छोटी कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर पूजा जाता है. अष्टमी-नवमी से एक दिन पूर्व इन कन्याओं को घर आने का निमंत्रण दिया जाता और फिर अगले दिन सुबह शुभ मुहूर्त में इनकी विधिवत पूजा होती है.

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घर में प्रवेश करते ही कन्याओं पर फूलों की वर्षा होती है. इनके चरणों को जल से धोया जाता है. फिर घर में एक स्थान पर बिठाकर उन्हें इन्हें तिलक लगाया जाता है. हाथ पर कलावा बांधा जाता है. देवी स्वरूप इन कन्याओं को खाने के लिए हलवा-पूरी और चने का प्रसाद दिया जाता है. आखिर में सामर्थ्य के अनुसार आप इन्हें कोई उपहार भी दे सकते हैं. अंत में देवी की जयकारे लगाकर इन कन्याओं का आशीर्वाद लिया जाता है.

कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त (Ashtami Kanya Pujan Shubh Muhurt)
इस साल अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन के तीन शुभ मुहूर्त रहने वाले हैं. आप अपनी सुविधानुसार किसी भी शुभ मुहूर्त में कन्या पूजन कर सकते हैं. 

पहला शुभ मुहूर्त- 5 बजकर 01 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 13 मिनट
दूसरा शुभ मुहूर्त- सुबह 10 बजकर 41 मिनट दोपहर 12 बजकर 11 मिनट
तीसरा शुभ मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 47 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक

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