नवरात्र के मौके पर अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष धार्मिक महत्व है, क्योंकि इस दिन कन्याओं की पूजा की जाती है. माना जाता है कि छोटी उम्र की कन्याएं देवी का रूप होती हैं. इसलिए इस दिन पूजा करने के बाद कन्याओं को भोजन और उपहार भी दिए जाते हैं. लेकिन इस दिन उपहार देने में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. कन्याओं को सभी तरह की वस्तुएं उपहार के रूप में देना ठीक नहीं होता. कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो धार्मिक दृष्टि से अशुभ मानी जाती हैं और इन्हें देने से पूजा का शुभ प्रभाव कम हो सकता है. (Photo: AI Generated)
इसलिए कन्या पूजन के दौरान उपहार चुनते समय ध्यान रखना चाहिए कि वे शुद्ध, नई और सकारात्मक ऊर्जा वाली वस्तुएं हों. ऐसा करने से पूजा का महत्व बढ़ता है और कन्याओं के माध्यम से देवी का आशीर्वाद मिलता है. आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिन्हें कंजकों को हरगिज नहीं देना चाहिए. (Photo: AI Generated)
नुकीली और धारदार चीजें: कन्याओं को छुरी, कैंची, या अन्य धारदार वस्तुएं उपहार में देना ठीक नहीं माना जाता. धार्मिक मान्यता के अनुसार, ये चीजें नकारात्मक ऊर्जा के संचार को बढ़ाती हैं. इससे पूजा का शुभ प्रभाव कम हो जाता है. (Photo: AI Generated)
लोहे की चीजें: लोहे की वस्तुएं शनि ग्रह से जुड़ी मानी जाती हैं. शनि का प्रभाव जीवन में कठोरता और बाधाएं पैदा करता है. इसलिए कन्या पूजन में लोहे की चीजें देना अशुभ माना जाता है. (Photo: AI Generated)
पुरानी या इस्तेमाल की हुई चीजें: कन्या पूजन में पुरानी या इस्तेमाल की हुई वस्तुएं उपहार में देना अशुभ माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कन्याएं देवी का स्वरूप होती हैं और उनका पूजन शुद्धता, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है.
काले रंग के कपड़े: काले रंग का संबंध शांति और गंभीरता के बजाय शनि और नकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा जाता है. इसलिए काले कपड़े उपहार के रूप में देना सही नहीं माना जाता है.