7 सितंबर को इस साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. चंद्र ग्रहण रात 9 बजकर 58 मिनट से लेकर देर रात 1 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. ऐसे में चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटा 28 मिनट की रहने वाली है. (Photo: Pexel)
चंद्र ग्रहण का सूतक दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से लग जाएगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से भी इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. (Photo: Pexel)
मान्यता है कि इस दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार अधिक रहती है. इसलिए इस समय गर्भवती महिलाओं को कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है. (Photo: Pexel)
चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं का घर से बाहर निकलना अशुभ होता है. ग्रहण की किरणें गर्भ में पल रहे भ्रूण पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं. ( Photo: Freepik)
इस दौरान गर्भवती महिलाएं कैंची, ब्लेड, चाकू या किसी भी नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल न करें. इस दिन नुकीली वस्तुओं या उपकरणों का प्रयोग गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिए हानिकारक माना जाता है. (Photo: Pexel)
चंद्र ग्रहण और इसके सूतक काल में खाना पकाना या भोजन करने की भी मनाही होती है. मान्यता है कि ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा भोजन को दूषित कर देती है, जिससे गर्भस्थ शिशु पर बुरा असर पड़ सकता है. हालांकि जरूरत पड़ने पर गर्भवती महिलाएं हल्का और सात्विक भोजन ग्रहण कर सकती हैं. (Photo: Pexel)