राजस्थान की बाड़मेर जैसलमेर से लोकसभा निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी का कहना है कि अगर कुछ समय पहले केंद्र सरकार और भाजपा ने बाड़मेर पर ध्यान दिया होता तो शायद आज स्थितियां कुछ और होतीं.
शुक्रवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाड़मेर आने के सवाल पर कहा कि हम सब का स्वागत करते हैं. थोड़ा पहले ध्यान देते तो अच्छा रहता. उनको लेकर पीएम मोदी को मिस गाइड करने के बयान के सवाल भाटी ने कहा कि राजनीति में कई मिथक और अफवाह फैलाई जाती हैं. यह राजनीतिक दौर है. सब अच्छा होगा.
मानवेंद्र सिंह जसोल की भाजपा में वापसी पर भाटी ने कहा कि यह वो मेरे बड़े भाई हैं. उनका व्यक्तिगत फैसला है. पहले हमेशा हम उनके साथ रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि रविंद्र सिंह भाटी ने बाड़मेर के शिव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से टिकट मांगा था. लेकिन पार्टी ज्वाइन करने के बाद भी उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की.
लोकसभा चुनाव से पहले रविंद्र सिंह भाटी के पार्टी से फिर जुड़ने की बात आई क्योंकि उनकी सीएम भजनलाल शर्मा सहित कई नेताओं से मुलाकात हुई. लेकिन नतीजा नहीं निकला. जिसके बाद भाटी लोकसभा से भी निर्दलीय मैदान में उतर गए. जो अब भाजपा के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. यह भी पढ़ें: ग्राउंड रिपोर्ट: बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, निर्दलीय उम्मीदवार रविंदर भाटी ने बढ़ाई बीजेपी-कांग्रेस की टेंशन
भाटी ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से गुजरात और अन्य जगहों पर थार के प्रवासी जहां रहते हैं, उनसे मिलने गए थे.सभी ने मुझे सहयोग करने का वादा किया है और मुझे उम्मीद है कि 26 अप्रैल को वह लोग अपने क्षेत्र में आएंगे और भारी संख्या में उनके पक्ष मतदान भी करेंगे. जहां भी गया, वहां लोगों ने अपना आशीर्वाद दिया. उम्मीद है कि सुखद परिणाम भी आएंगे. यह भी पढ़ें: वेस्ट यूपी का 'छोटा शकील', सुंदर भाटी गैंग से रंजिश, 60 से ज्यादा केस... कौन था गैंगस्टर अनिल दुजाना?
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में सर्वाधिक बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र के युवा अध्ययनरत हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 15 अप्रैल से यहां परीक्षाएं आयोजित करने का कार्यक्रम जारी कर दिया है इसको लेकर भी छात्र संगठन नाराज है. रविंद्र भाटी ने इस पर प्रक्रिया देते हुए कहा कि यह भी सरकार का एक प्रयास है, जिससे युवाओं को रोका जा सके. ज्ञात रहे भाटी के समर्थन में विश्विद्यालय के छात्रों की भारी भीड़ हर जगह मौजूद रहती है.