राजस्थान में गैंगस्टर कुलदीप जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बदमाशों ने इस वारदात को उस समय अंजाम दिया, जब उसे जयपुर जेल से भरतपुर कोर्ट लाया जा रहा था. उन्होंने पहले पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्ची झोंकी और उसके बाद गोली मारकर फरार हो गए.
भरतपुर में गैंगस्टर की बुधवार को पुलिस कस्टडी में हत्या हो गई. उसे जयपुर जेल से भरतपुर कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा था. बदमाशों ने जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे पर अमोली टोल प्लाजा के पास इस वारदात को अंजाम दिया है. गैंगस्टर जघीना इस समय कुलदीप मर्डर मामले में जयपुर जेल में बंद था.
बस से पेशी के लिए लेकर जा रही थी पुलिस
शुरुआती जांच में पता चला है कि यह बीजेपी नेता की हत्या का बदला था, जिनकी करीब 10 महीने पहले संपत्ति विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आरोपी कुलदीप जघीना और उसके साथी विजयपाल को पुलिस बस से भरतपुर कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी. जब बस अमौली टोल प्लाजा पर रुकी तो वहां मौजूद दो बदमाश बस में चढ़ गए. बदमाशों ने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च झोंकने के बाद करीब 15 राउंड फायरिंग कर कुलदीप की हत्या कर दी. इस हमले में विजयपाल घायल हो गया. दोनों आरोपी जयपुर सेंट्रल जेल में बंद थे.
बीते साल हुई थी कृपाल जघीना की हत्या
भरतपुर में बीजेपी नेता कृपाल सिंह जघीना की 4 सितंबर 2022 को हत्या कर दी गई थी. बदमाश 3 बाइक और 2 कारों में सवार होकर आए थे. इस मामले में कुलदीप जघीना और उसके साथी विजयपाल को आरोपी बनाया गया था. पुलिस के मुताबिक हत्या जमीन विवाद के चलते की गई है. कृपाल जघीना (48) प्रॉपर्टी डीलर थे, जिनके खिलाफ करीब 15 मामले दर्ज थे. इसके अलावा वो रेलवे की सलाहकार समिति के सदस्य भी थे और बीजेपी सांसद के करीबी थे. उनकी बेटी एबीवीपी से कॉलेज छात्र यूनियन की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
संजीव जीवा का कोर्ट में हुआ था मर्डर
इससे पहले यूपी में मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर संजीव जीवा माहेश्वरी पर भी लखनऊ कोर्ट में पेशी के दौरान हमला हुआ था. मुजफ्फरनगर जेल में बंद जीवा की बीती 7 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसे अंदेशा नहीं था कि कोई उस पर लखनऊ कोर्ट में हमला कर सकता है. हालांकि उसे हमले की भनक पहले से ही थी इसीलिए जब वो बाराबंकी जेल में था तो मुजफ्फरनगर कोर्ट में पेशी के दौरान बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं निकालता था.
टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ में हत्या
दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की दो जून को हत्या कर दी गई थी. इसका आरोप कथित तौर पर गौगी गैंग के दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान पर लगा था. जांच में ये भी सामने आया था कि हमलावर ताजपुरिया को पिछले दो से तीन साल से मारने का प्लान बना रहे थे. सोशल मीडिया पर तिहाड़ जेल का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया था, जिसमें ऐसा दिख रहा था कि गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया पर सुरक्षाकर्मियों के सामने उस वक्त भी हमला किया गया था, जब वे उसे चाकू मारने के बाद ले जा रहे थे.