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बहन की लव मैरिज के चलते नहीं हो रही थी भाइयों की शादी... गुस्से में पत्थर से कुचलकर ले ली जीजा की जान

जयपुर में इंटरकास्ट लव मैरिज करने पर एक युवक की पत्नी के भाइयों ने पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी. आरोपियों ने समाज में बदनामी के कारण यह खौफनाक कदम उठाया. उन्होंने बताया कि बहन की लव मैरिज के चलते कोई उनसे शादी करने को तैयार नहीं था. इसी गुस्से में उन्होंने अपनी जीजा की हत्या कर दी.

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सालों ने जीजा को उतारा मौत के घाट
सालों ने जीजा को उतारा मौत के घाट

राजस्थान के जयपुर में एक युवक को इंटर कास्ट लव मैरिज की कीमत जान गंवा कर चुकानी पड़ी. प्यार में उसका ऐसा खौफनाक अंजाम हुआ की उसी के सालों ने सिर कुचलकर उसे मौत के घाट उतार दिया. वो भी इसलिए क्योंकि बहन की लव मैरिज के बाद भाइयों की सगाई नहीं हो रही थी और इसी खुन्नस में लड़की के भाइयों ने मिलकर अपने जीजा की दर्दनाक हत्या कर दी. अब पुलिस ने ऑनर किलिंग के मामले का पर्दाफाश करके तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

दरअसल बीते 21 जून को जयपुर के जयसिंहपुरा खोर इलाके में दिन दहाड़े एक युवक की हत्या का मामला सामने आया था. मृतक की शिनाख्त गोविंद प्रजापत के रूप में हुई, जिसे हत्यारों ने सिर में पत्थर मारकर मौत के घाट उतार दिया. गोविंद का शव सड़क किनारे झाड़ियों में पड़ा मिला. सिर कुचला शव देखकर आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई. खोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर हत्याकांड की तफ्तीश में जुट गई.

जयसिंहपुरा खोर थानाधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि ऑनर किलिंग मामले में पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी ओमप्रकाश सैनी, अजय सैनी और रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया, जो रिश्ते में मृतक के साले लगते है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि मृतक गोविंद ने उनके चाचा की लड़की पायल सैनी के साथ प्रेम विवाह किया था और परिजन इस रिश्ते से नाराज थे. यहां तक कि बहन की इंटर कास्ट लव मैरिज से उनकी सगाई नहीं हो पा रही थी और समाज में बदनामी के डर से कोई रिश्ता भी नहीं आ रहा था. ऐसे में बीते 21 जून की सुबह करीब 11.30 बजे जब गोविंद ड्यूटी पर जा रहा था, तब तीनों ने उसे रास्ते में रोककर सिर पर बड़े पत्थर से वार किया. जब तक गोविंद का दम नहीं टुटा तब तक वे लोग पत्थर से उसका सिर कुचलते रहे.

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जांच में सामने आया कि हत्याकांड के बाद आरोपी अजय और ओमप्रकाश ने शाहपुरा में एटीएम से पैसे निकालकर शॉपिंग की और नए कपड़े भी खरीदे. वहां से चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन के लिए भी गए. इसके बाद वापस जयपुर लौटते ही सिंधी कैंप बस अड्डे पर सादा वर्दीधारी पुलिसकर्मियों ने दोनों को पकड़ लिया. साथ ही हत्याकांड की प्लानिंग करने वाला रणजीत सैन भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

बता दें कि गोविंद प्रजापत पितालिया गांव में चाय की दुकान लगाता था और यहीं पर उसकी पहचान पायल सैनी से हुई. पायल पढ़ने के लिए वहां से आती जाती थी इस दौरान दोनों में जान पहचान के बाद दोस्ती हो गई. ये दोस्ती कब प्यार में बदल गई, दोनों को पता नहीं चला और एक दिन दोनों ने शादी करने की सोची. हालांकि परिजन दोनों के रिश्ते को लेकर तैयार नहीं थे, जिसके बाद दोनों ने कोर्ट की शरण ली. शादी के बाद से ही पायल के घर वाले इस लव मैरिज से नाखुश थे और बार बार गोविंद को जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे. लेकिन पायल ने गोविंद के साथ सात जन्मों की कसमें खा लीं और उसी के साथ चली आई. दोनों काफी अच्छे से अपना जीवन बिताने लगे औप करीब डेढ़ साल पहले घर में किलकारी गुंजी. पायल ने एक बिटिया का जन्म दिया. लेकिन अब उसी बिटिया के कंस मामाओं ने महज समाज में लोक लाज के कारण उसके सर से पिता का साया छीन लिया.

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