देश में सक्रिय धर्मांतरण रैकेट के एक सनसनीखेज मामले में अब हनीट्रैप की साजिश भी सामने आई है. सुंदर मुस्लिम लड़कियों के जरिए हिंदू युवकों को पहले प्यार के जाल में फंसाया जाता था, फिर उन्हें इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया जाता था. जयपुर का रहने वाला पीयूष पवार भी इसी ट्रैप में फंस गया. उसने सना नाम की लड़की के झांसे में आकर अपना नाम, धर्म और जिंदगी सब बदल डाली. अब सच्चाई जानने के बाद दोबारा हिंदू धर्म अपनाने की इच्छा जता रहा है.
इस पूरे मामले में सामने आया है कि धर्मांतरण के रैकेट में सुंदर मुस्लिम लड़कियां हनीट्रैप में युवकों को फंसाती थीं. जयपुर का रहने वाला पीयूष उर्फ मोहम्मद अली को सना नाम की लड़की ने फंसाया. जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण रैकेट में पकड़ा गया यूपी के बलरामपुर का छांगुर बाबा हिंदू लड़कों को मुसलमान बनाने के लिए हनीट्रैप का भी इस्तेमाल करता था.
इस मामले में आगरा से मोहम्मद अली नाम के युवक को अरेस्ट किया गया है. वह दरअसल जयपुर का रहने वाला है, जो पहले पीयूष पवार था. उसका कहना है कि उसे सना नाम की एक लड़की ने अपने प्यार में फंसा लिया. सना ने प्यार के जाल में फंसाकर शादी करने के लिए उसे मुस्लिम बनने की शर्त रखी. सना ने उसका सुन्नत करवाया, फिर मस्जिदों में ठहराया और जमात में शामिल करवाया.
जब वह पांचों वक्त नमाज पढ़ने लगा तो सना ने कहा कि वह किसी असली मुस्लिम से निकाह करेगी, लेकिन तुम्हारा निकाह मैं दूसरी लड़की से करवा देती हूं. इसके बाद सना गायब हो गई, जो आज तक नहीं मिली है. इसके बाद आयशा से उसका निकाह करवा दिया गया. फिर दोनों रिवर्ट ग्रुप में काम करने लगे.
मोहम्मद अली जो पहले पीयूष था, वह अब वापस सनातन में लौटना चाहता है. उसने अपने परिवार वालों को बताया है कि वह वापस अपने घर आना चाहता है. पीयूष का परिवार जयपुर के हसनपूरा में रहता था, जो अपना मकान बेचकर कहीं चला गया है. सना नाम की लड़की पीयूष से टोंक रोड पर कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मिली थी. उसने पीयूष को बताया था कि वो टोंक की रहने वाली है.