दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह (Former Union Minister Jaswant Singh) की बहू और पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की मौत हो गई. वहीं मानवेंद्र सिंह और उनके बेटे हमीर सिंह गंभीर रूप से घायल हैं. इस घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि नींद की झपकी आने से कार का अचानक संतुलन बिगड़ गया. कार की स्पीड करीब 160 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा रही होगी. कार एक्सप्रेस-वे से उतरकर करीब 150 मीटर दूर कच्चे में जाकर एक दीवार से टकरा गई.
सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले पेट्रोलिंग टीम के ऑफिसर संतराम गुर्जर ने बताया कि हादसे के दौरान गाड़ी की स्पीड 160 किलोमीटर या उससे ज्यादा थी. नींद की झपकी आने से अचानक गाड़ी एक्सप्रेसवे से नीचे कच्चे में उतर गई और करीब 120 मीटर दूर दीवार से जाकर टकरा गई.
उन्होंने कहा कि घटना के बाद ड्राइवर से उनकी बात हुई, उसने कहा कि सभी को नींद आ रही थी. इस दौरान अचानक उनको भी नींद की झपकी आ गई. इसलिए एक्सप्रेसवे के पास खाली जगह में प्लांटेशन की जगह पर कार उतर गई. वहां गाड़ी की रफ्तार ज्यादा होने के कारण उछली और सामने दीवार से जाकर टकरा गई.
यहां देखें वीडियो
आजतक से बातचीत में पेट्रोलिंग ऑफिसर ने बताया कि गाड़ी मानवेंद्र सिंह के ड्राइवर चला रहे थे, जबकि आगे की सीट पर उनके बेटे बैठे हुए थे. मानवेंद्र सिंह अपनी पत्नी के साथ पीछे की सीट पर बैठे थे. हादसे के दौरान गाड़ी के आगे के दो एयरबैग खुल गए, जबकि अन्य एयरबैग नहीं खुले. इसलिए मानवेंद्र सिंह का ड्राइवर और बेटा सुरक्षित रहा, जबकि पीछे बैठे मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी चित्रा सिंह कच्चे में गाड़ी उछलने के कारण सीट व दरवाजे से टकरा गए. इसके चलते चित्रा सिंह की मौत हो गई और मानवेंद्र सिंह की पसलियों में दो फ्रैक्चर हो गए. हाथ में भी फ्रैक्चर हो गया.
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे मेंटिनेस मैनेजर शंकर सिंह ने कहा जैसे ही वो घटनास्थल पर पहुंचे, सभी लोग गाड़ी से बाहर थे. एक्सप्रेसवे पर कॉरीडोर बनाकर सभी को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटनास्थल पर खून से सने हुए कुछ टिश्यू पेपर भी मिले हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास केवल यह सूचना आई थी कि किसी नेता की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है, लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि मानवेंद्र सिंह की गाड़ी है.
मानवेन्द्र सिंह के ड्राइवर दिनेश रावत गाड़ी चला रहे थे, जबकि बेटे हमीर सिंह आगे बैठे थे, जबकि मानवेंद्र सिंह व उनकी पत्नी पीछे बैठी थीं. पीछे की सीट पर ब्लड मिला है.
नींद की झपकी आने से कच्चे में उतरी कार
एक्सप्रेसवे के कर्मचारियों ने बताया कि गाड़ी में बैठे सभी लोग को नींद आ रही थी. इस दौरान ड्राइवर को भी अचानक नींद की झपकी आ गई. जैसे ही गाड़ी का संतुलन बिगड़ा तो ड्राइवर ने सभी को बचाने के लिए गाड़ी को कच्चे में उतार दिया. हादसे के दौरान गाड़ी के केवल दो एयरबैग खुले, पीछे के एयरबैग नहीं खुल पाए. इसलिए गाड़ी में पीछे की तरफ बैठे मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी को चोट आई, क्योंकि सभी लोग नींद में थे और अचानक गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया. गाड़ी कच्चे में बने गड्डों में चली गई.
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के स्पीडोमीटर हैं खराब
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर लगे रफ्तार की जानकारी देने वाले स्पीडोमीटर खराब पड़े हुए हैं. पुलिस अधिकारियों ने जब एनएचएआई के अधिकारियों को फोन कर गाड़ी की स्पीड के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे के स्पीड की जानकारी देने वाली मशीन खराब है.
कंस्ट्रक्शन कंपनी के सीनियर इंजीनियर राजेंद्र ने बताया कि गाड़ी की स्पीड तेज रहती है. एक्सप्रेसवे पर लोग 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी दौड़ते हैं. लगातार लोगों को आगाह किया जाता है. अभी तक करीब 10 हजार से ज्यादा वाहनों के चालान काटे जा चुके हैं और लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उसके बाद भी ओवर स्पीड में लोग गाड़ियां चलाते हैं.
बता दें कि बाड़मेर के पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह अपनी पत्नी चित्रा सिंह और बेटे हमीर सिंह के साथ दिल्ली से जयपुर की तरफ जा रहे थे. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर प्वाइंट 82.8 किमी रासगन व खुशपुरी के बीच अचानक कार का संतुलन बिगड़ गया. इसके बाद कार पुलिया की दीवार से जाकर टकरा गई. इस हादसे में मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की मौत हो गई, जबकि मानवेंद्र सिंह और उनके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.