कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है. उससे पहले कांवड़ियों के मार्ग पर होटल ढाबे या रेहड़ी-ठेले हों, ज्यादातर दुकानों पर खाने-पीने का सामान बेचने वालों का नाम चस्पा हो चुका है. हालांकि कुछ दुकानदार ऐसे भी हैं, जिन्होंने अब तक होटल पर अपना नाम नहीं लगाया है, लेकिन यूपी सरकार के आदेश का असर पूरे रास्ते पर नजर आ रहा है. देखें रिपोर्ट.