370 हटे महीना हो गया. घाटी शांत है. ज़िंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. अब ज़ाहिर है ये पाकिस्तान को कैसे गवारा होगा. लिहाज़ा पाकिस्तान कश्मीर का चैन-सुकून छीनने के लिए वो सारे हथकंडे अपना रहा है, जिससे ये साबित होता है कि वो दुनिया की नज़र में बाहर तो कुछ और है मगर अपने घर में कुछ औऱ. अगर ऐसा ना होता तो मसूद अज़हर को हिरासत से निकालकर उसे पाक अधिकृत कश्मीर भेजे जाने की खबर ना आती. ताकि वो और उसके आतंकी घाटी को लेकर शैतानी साज़िश बुन सकें. अगर ऐसा ना होता तो पाकिस्तान की दीवारों पर हाफिज सईद और इमरान खान एक साथ एक ही पोस्टर में नज़र नहीं आते.