72वें गणंत्रत दिवस के खास मौके पर हम लेकर आए हैं राजपथ की अनसुनी कहानियां. पिछले 71 सालों में राजपथ पर क्या-क्या बदला है? परेड के स्वरूप में क्या-क्या बदलाव आए हैं और क्यों कोरोना काल में इस बार गणतंत्र दिवस परेड एकदम अलग होने जा रही है? दरअसल राजपथ पर परेड का जो स्वरूप आप आज देखते हैं, वैसा पहले नहीं था. वक्त के साथ इसमें कई दिलचस्प बदलाव आए हैं. क्या कभी आपके मन में ये सवाल उठा है कि क्यों राजपथ पर ही होती है गणतंत्र दिवस परेड? क्या है इसके पीछे की वजह? क्या है राजपथ का गौरवशाली इतिहास? चलिए अतीत से वर्तमान तक हम आपको राजपथ की कहानी सुनाते हैं. देखें कहानी, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
आज कहानी सुपर पावर अमेरिका की, अमेरिका के उन राष्ट्रपतियों की जो सबसे ज्यादा विवादित रहे. सबसे ज्यादा चर्चित रहे. जिनके कारनामों से दुनिया हिल गई. मनमौजी ट्रंप की तरह अमेरिका में और भी राष्ट्रपतियों का इतिहास रहा है. सबसे पहले अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की वो अनसुनी कहानी, जिसमें गरीबी से संघर्ष है, परिवार के प्रति अद्भुत समर्पण है. हार कर जीतने वाली वो बाजी है- जिसने जो बाइडेन को मिस्टर प्रेसिडेंट बना दिया. साल 1942 में जिस समय जो बाइडेन का जन्म अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में हुआ, दुनिया दूसरे विश्वयुद्ध से जूझ रही थी. विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका के सुपर पावर बनने की कहानी बाइडेन ने अपनी आंखों से देखी है. बाइडेन का बचपन गुरबत में बीता. जिसकी वजह से उन्हें परिवार के साथ काफी दिनों तक नाना के घर रहना पड़ा. लेकिन बाइडेन ने ठान रखा था. आज नहीं तो कल वो एक मुकाम हासिल करेंगे. उन्होंने ये कर दिखाया. 50 साल तक राजनीति में संघर्ष करते हुए वो उस कुर्सी पर पहुंचे जिसे दुनिया सलाम करती है. देखें बेहद खास कार्यक्रम, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
आज कहानी है क्रांतिवीर कंगना की. उस कंगना कि जो कुछ साल पहले तक मायानगरी में आउसट साइडर थी. ना तो कोई गॉडफादर, ना ही जान पहचान.. लेकिन अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर. आज वो उस मुकाम पर खड़ी हैं, जहां महाराष्ट्र की उद्धव सरकार से सीधी टक्कर ले रही हैं. कंगना ने उस ठाकरे परिवार से पंगा लिया है, जिसकी मुंबई में तूती बोलती है. लेकिन सवाल ये है कि कंगना में इतना हौसला आया कहां से? क्या वो हमेशा से ऐसी थीं? या फिर हालात ने उन्हें ऐसा बना दिया है. क्या है बॉलीवुड क्वीन पद्मश्री कंगना की कहानी? कैसे वो एक साधारण लड़की से बनीं सिल्वर स्क्रीन की मणिकर्णिका? देखें कहानी, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
बॉलीवुड के दबंग सलमान खान अपना जन्मदिन मना रहे हैं, दूसरी तरफ उनके प्रशंसक बेसब्र हुए जा रहे हैं. उम्र के जिस पड़ाव पर आकर लोग रिटायरमेंट की तैयारी करते हैं, उस पड़ाव पर सलमान खान रोज नए-नए रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं. चाहे वह बॉलीवुड का बड़ा पर्दा हो या छोटा पर्दा. इंदौर से निकलकर बॉलीवुड के सलमान कैसे बन गए मुंबई के भाई जान, सिल्वर स्क्रीन पर सुल्तान के नाम से असर छोड़ने वाले सुल्तान का कैसा रहा है फिल्मी सफर, देखें बेहद खास कार्यक्रम, कहानी में चित्रा त्रिपाठी के साथ.
11 दिसंबर, हिंदी सिनेमा में ये दिन किसी जश्न जैसा होता है. ये जश्न होता है उस अजीम अदाकार के जन्मदिन का, जिसे 100 साल की सिनेमा का सबसे चमकता सितारा कहा जाता है. ये जश्न सिनेमा की दुनिया में सात दशकों से बनता चला आ रहा है. आज जब ये हीरो 98 बरस का हो गया तो भी जश्न और उत्साह का आलम कम नहीं हुआ है. बधाईयों के साथ आज भी सिनेमा की दुनिया उन पर गुमान करती है. दिलीप कुमार के साथ ये हिंदी सिनेमा का सुनहरा युग माना जाता है. पर्दा का वो जलवा और अदायगी लेकिन अफसोस आज दिलीप कुमार इस हालत में नहीं है कि वो उस सुनहरे दौर को याद कर सके. वो अल्जाइमर्स नाम की बीमारी से पीड़ित हैं. हालांकि उनकी पत्नी शायरा बानों बेशक उनके साए की तरह उनके साथ हैं. मगर 98 साल की उम्र और तमाम स्मृतियां धुंधली कर देने वाली बीमारी की मुश्किलें अपनी हैं. दिलीप साहब को तस्वीरें देखकर याद कुछ कुछ तो जरूर आता है तो चलिए आज कहानी की शुरूआत उन्हीं यादगार तस्वीरों के साथ करते हैं. देखिए कहानी, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की कहानी सबको पता है. वाल्मीकि रामायण और तुलसी रचित राम चरित्र मानस में राम की कहानी का पूरा वर्णन सात खंडों में मिलता है, आज हम आपको राम की वही तथ्यों के आधार पर बिल्कुल नए अंदाज में दिखाएंगे. कहानी के रूप में देखें संपूर्ण रामायण.
एक प्रेरणा, एक संस्था, एक संस्कार अमिताभ बच्चन. ये कहानी है हिंदी सिनेमा के आसमान पर सूर्य बनकर चमकते शताब्दियों के महानायक की. ये कहानी है 78 साल पहले महाकवि हरिवंश राय बच्चन के घर में जन्मे इन्कलाब के द ग्रेट अमिताभ बच्चन बनने की. ये कहानी है 77 की उम्र में कोरोना को मात देने वाले बॉलीवुड के महानायक की. ये कहानी है अमिताभ से लेकर बच्चन साहब तक का रूतबा हासिल करने वाले अद्भुत सुपरस्टार की. देखिए कहानी, सईद अंसारी के साथ.
वर्षों से सुर साधना के महायज्ञ को जिन्होंने अपनी आवाज से पवित्र बनाए रखा. उस खुशबू का नाम है लता मंगेशकर. उनके सुरों ने पीढ़ी दर पीढ़ी पीढ़ियों के दिल में ये अहसास बनाए रखा कि अगर देवत्व की कोई आवाज होती तो निश्चित तौर पर वो लता दी जैसी ही होती. जिंदगी का सफर उन्हें 91 के पड़ाव पर जरूर ले आया, लेकिन उनकी आवाज अब भी जब कहीं भी गूंजती है तो हर किसी का दिल हूम-हूम कर उठता है. भारत रत्न लता दी को नजराना है हमारी आज की कहानी.
मुंबई की इसी ग्लैमर भरी दुनिया में दीपिका पादुकोण शोहरत कमाने आई थीं. मायानगरी के जादुई आसमान में सितारों की तरह चमकना चाहती थीं. उन्होंने खुली आंखों से ख्वाब देखे. बिना की किसी गॉडफादर के उसे सच कर दिखाया. शोहरत की सीढ़िया चढ़ते-चढ़ते वो कई बार विवादों के बॉक्स ऑफिस में भी फंसीं. अब उनका नाम बॉलीवुड के दम मारो दम गैंग से जुड़ा है. डेनमार्क में जन्मी बॉलीवुड की मस्तानी, कैसे हुई ड्रग्स की दीवानी.आज सुनाएंगे आपको पूरी कहानी. देखिए खास शो, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
कंगना रनौत, आप उन्हें बॉलीवुड का बागी कह सकते हैं. राजनीतिज्ञों से टकराव के वक्त उनका एजेंडा पूरी तरह से राष्ट्रवादी होता है. कंगना के विचार अगर किसी से नहीं मिलते तो वे उनसे पंगा लेने में जरा भी नहीं हिचकतीं. कंगना रानौत इन दिनों एक नए ही अंदाज में देश के सामने हैं. मणिकर्णिका फिल्म आकर चली गई लेकिन कंगना के हाथों में विरोधियों के लिए आज भी तलवार है. फिल्म और सियासत के समर में कंगना सबसे लोहा लेती हैं. कंगना हर मोर्चे पर अपने विरोधियों से लड़ रही हैं. देखिए कंगना की अनदेखी और अनसुनी कहानी, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
सुशांत सिंह राजपूत केस में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. सुशांत की सुसाइड मिस्ट्री ने बॉलीवुड को हिलाकर रख दिया है. सुशांत की पूरी जिंदगी खुली किताब की तरह थी. सुशांत बिहार से बॉलीवुड पहुंचे, छोटे पर्दे से बड़े पर्दे का सफर तय किया. सुशांत ने बिना किसी गॉड फादर के दम पर फिल्म जगत में प्रसिद्धि हासिल की. बॉलीवुड की ब्लैक एंड व्हाइट दुनिया ने उनकी जिंदगी में भूचाल ला दिया. सुशांत ने सुसाइड क्यों की, इसकी वजह सामने आनी बाकी है. वह कौन सी कहानी है जो सुशांत के घरवाले दुनिया को सुनाना चाहते हैं, आज हम आपको वही कहानी सुनाएंगे. देखिए वीडियो.