1984 के दंगों पर राहुल गांधी के बयान के बाद राजनीति शुरू हो गई है. दंगे का दंगल बनी देश की राजधानी दिल्ली. गुरुवार को यहां एक तरफ सिख समुदाय के लोगों ने कांग्रेस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया वहीं कांग्रेस विधायक आसिफ मोहम्मद ने केजरीवाल से मांग की कि अगर दिल्ली की सरकार सिख दंगों के लिए एसआईटी जांच की मांग करती है तो बटला हाउस एनकाउंटर के लिए क्यों नहीं. सवाल उठता है कि क्या दंगों के दाग पर खड़ा होगा भारत का राजनीतिक भविष्य? वीडियो में देखिए, इस मुद्दे पर बहस...