हमारे अद्भुत देश में कई ऐसे मंदिर भी हैं जहां पूजा-पाठ की रस्में ही नहीं बल्कि प्रसाद में चढ़ाई जाने वाली सामग्री भी बेहद अनूठी है. कहीं कागज, कलम दवात से संवारी जाती है किस्मत, तो 9 इंच के दरवाजे को पार करने के लिए भक्तों को देनी होती है परीक्षा.