अरविंद केजरीवाल की राजनीति का म़ॉडल ही आम आदमी वाले सांचे से जुड़ा हुआ है. जहां सीएम आवास पर करोड़ों खर्च, शराब घोटाले के आरोप लगने के बाद से उसी सांचे में वापस सियासत करने अरविंद केजरीवाल उतरना चाहते हैं. लेकिन सवाल ये आया कि सत्ता में रहकर ही आंदोलनकारी बनते हुए सत्ता की सियासत करना सरल होगा?