फरवरी में हुए दिल्ली दंगों को लेकर पुलिस जैसे-जैसे चार्जशीट दाखिल कर रही है, उस पर राजनीति तेज हो रही है. AAP के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के मामले में AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने साफ कहा कि ताहिर को मुसलमान होने की सजा मिली है. तो उधर आज कांग्रेस ने भी कह दिया है कि आरोप पत्र निष्पक्ष नहीं हैं. अब तक दिल्ली पुलिस ने 6 चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 5 चार्जशीट ऐसी है जिसमें एक में ताहिर हुसैन है तो बाकी 5 ऐसे हैं जो किसी ना किसी तरह CAA विरोधी प्रदर्शनों में शामिल रहे हैं. एक चार्जशीट में मुस्तफाबाद इलाके के राजधानी स्कूल की छत से हुई हिंसा के मामले में स्कूल के मालिक फैसल फारूकी पर सवाल हैं. फैसल फारूकी का मौलाना साद के निजामुद्दीन मरकज से लेकर देवबंद तक कनेक्शन बताया गया है. उधर 4 मुस्लिम युवकों की हत्या के मामले में दाखिल चार्जशीट में कट्टर हिंदू ग्रुप बनाने वाले हिंदू युवाओं के नाम हैं. दिल्ली दंगे जब फऱवरी में हुए तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे और उसे लेकर काफी हंगामा बरपा था और अब आरोप पत्रों को लेकर भी सियासी तलवारें खिंच आई हैं. इस पर देखें दंगल.