जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम ओमर अब्दुल्ला ने एक बार फिर सेना के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है. आज जम्मू कश्मीर विधानसभा में अब्दुल्ला ने पत्थरबाजों की पैरवी में दलीलें दी. अब्दुल्ला ने सवाल उठाया कि जिस फारूख अहमद डार को सेना ने जीप से बांध कर घुमाया था, सरकार ने उसे मुआवज़ा क्यों नहीं दिया ? अब्दुल्ला ने डार को ये कह कर क्लीन चिट भी दे दी कि अगर वो पत्थरबाज़ होता तो हुर्रियत वाले उसे अपना लेते. दो रोज़ पहले ही जम्मू कश्मीर विधानसभा में शोपियां में सेना की फाय़रिंग में मारे गए पत्थरबाज़ों के लिए भाषणबाज़ी हुई थी. जिसमें मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सेना के खिलाफ़ एफआईआर करने पर अपनी ही पीठ थपथपाई थी, बाद में सेना ने भी इस मामले में पत्थरबाज़ों पर जवाबी एफआईआर दर्ज करा दी थी.