हमारें यहां ये कहा जाता है कि एक शहीद के यहां जाना चारधाम की यात्रा के बराबर माना जाता है. लेकिन सवाल ये है कि जब पाकिस्तान और भारत के बीच क्रिकेट का मैच होता है तो इन परिवार के लोगों को कैसा लगता होगा जिन्होंने पाकिस्तान से ही आए आतंकवादियों के हमले में अपने परिवार को खो दिया.