भारतीय रेलवे छप्पन पैसेंजर ट्रेनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सेंसर लगाएगा. इनमें से करीब तेईस गाड़ियां भोपाल रेल मंडल के स्टेशनों से आवागमन करती हैं. किसी भी ट्रेन संचालन के दौरान तीस से चालीस सेकंड तक लोको पायलट के सक्रियता नहीं दिखाने पर ये सेंसर एक्टिव हो जाएंगे. बीप से उसे अलर्ट करेंगे ताकि इमर्जेंसी न आए.