GST रिफॉर्म का एक और चुनावी मकसद सामने आ गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद ही ये बात भी बता दी है - अब साफ हो गया है कि GST 2.0 के जरिए केंद्र की बीजेपी सरकार की नजर सिर्फ बिहार चुनाव पर ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल चुनाव पर टिकी है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी रिफॉर्म का मकसद देश के 140 करोड़ लोगों के लिए बताया था, लेकिन ऐन उसी वक्त वो ये बताना भी नहीं भूलीं कि बिहार के लोगों के लिए छठ पूजा से पहले ही जीएसटी सुधारों का फायदा मिलने लगेगा. लेकिन, मकसद का अगला हिस्सा, निर्मला सीतारमण ने आगे के लिए बचाकर रख लिया था. वो अब जाकर मालूम हो सका है.
बिहार चुनाव को देखते हुए निर्मला सीतारमण ने 2025 के आम बजट में तोहफों की तो जैसे बौछार की थी. GST रिफॉर्म के जरिए बाकी कसर भी पूरा कर दिया. पहले तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर्फ छठ पूजा का नाम लेकर जीएसटी रिफॉर्म को बिहार से जोड़ने की कोशिश की थी, अब पश्चिम बंगाल की दुर्गापूजा से भी जोड़ दिया है.
बिहार में तो जल्दी ही चुनाव होने वाले हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में तो विधानसभा के चुनाव अगले साल होने हैं. ऐसा जीएसटी रिफॉर्म जब भी होता, लोगों के लिए राहत भरा ही होता. लेकिन ये रिफॉर्म बिहार चुनाव से ठीक पहले किया गया है, और नजर 2026 के पश्चिम बंगाल चुनाव पर भी है - ऐसे में सवाल तो ये उठता ही है कि क्या निर्मला सीतारमण का ये डबल फेस्टिवल ऑफर बीजेपी को बिहार और बंगाल दोनों राज्यों में चुनावी फायदा दिला पाएगा?
बिहार में छठ पूजा, बंगाल में दुर्गा पूजा
जीएसटी रिफॉर्म के पीछे बिहार चुनाव के बारे में तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहले ही संकेत दे दिया था. पश्चिम बंगाल के लोगों को ये बताने के लिए निश्चित तौर पर उनको सही वक्त का इंतजार था. कोलकाता के अलीपुर में नेशनल लाइब्रेरी के भाषा भवन में ‘नेक्स्ट जेन जीएसटी 2.0’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची वित्त मंत्री ने जीएसटी रिफॉर्म को पश्चिम बंगाल चुनाव से वैसे ही जोड़ दिया, जैसे छठ पूजा के जरिए बिहार के लोगों से कनेक्ट किया था.
कोलकाता में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि जीएसटी के नई दरों की घोषणा पहले ही की जाने वाली थी. लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पितृ पक्ष के बाद इसे लागू करने की सलाह दी थी. बोलीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार ही हमने तय किया कि पश्चिम बंगाल और देश के सबसे बड़े त्योहार दुर्गापूजा और दीपावली से पहले नेक्स्ट जेन जीएसटी लागू किया जाएगा, ताकि बंगाल सहित पूरे देश के लोग जीएसटी का पूरा लाभ उठा सकें.
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी की नई दरों का फायदा अब पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश की नई पीढ़ी उत्सव के दौरान अपनी मर्जी से खुल कर खरीदारी कर सकेगी. पहले तो लगा था कि GST कट बिहार चुनाव के लिए बीजेपी का मैनिफेस्टो है, लेकिन अब तो निर्मला सीतारमण के बयान से साफ हो गया है कि ये तो बंगाल के लोगों को भी लुभाने की कवायद है.
बिहार चुनाव - बजट से जीएसटी तक
बिहार चुनाव के सवाल पर आज तक के साथ इंटरव्यू में निर्मला सीतारमण ने कहा था, ये बिहार नहीं, देश के 140 करोड़ लोगों का मैनिफिस्टो है - और, अब तो इसे बिहार की ही तरह पश्चिम बंगाल चुनाव से भी आसानी से जोड़ा जा सकता है, क्योंकि राजनीतिक बयान तो उनका पहले ही आ चुका है. और सिर्फ बिहार-बंगाल ही क्यों अगले साल तो केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी विधानसभा के चुनाव होने हैं.
चुनावी मैनिफेस्टो पर सवाल पर निर्मला सीतारमण ने तब कहा था, बिहार… और बिहार की जनता के सामने ये प्रश्न उठाया जा रहा है… आपको छठ मइया से पहले… दीपावली से पहले… जैसे माननीय प्रधानमंत्री जी ने रेड फोर्ट से आदेश दिया था... डबल धमाका बिहार को मिल रहा है.
2025 का आम बजट दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले पेश किया गया था. बजट में ज्यादा फोकस तो बिहार पर ही देखा गया था, लेकिन 12 लाख रुपये तक की आय पर इनकम टैक्स छूट दिए जाने की घोषणा को भी दिल्ली चुनाव से जोड़कर देखा गया था - मतलब, केंद्र की बीजेपी सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की नजर तो तभी से दिल्ली के साथ साथ बिहार और पश्चिम बंगाल चुनाव पर भी थी. और, इस हिसाब से देखें तो अगले बजट में 2026 के विधानसभा चुनावों का ख्याल रखा जाएगा.