पुरी के 12वीं सदी के ऐतिहासिक श्री जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा अब और पुख्ता होने जा रही है. ओडिशा सरकार ने मंदिर के ऊपर अवैध ड्रोन उड़ानों की बढ़ती घटनाओं के बीच एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाने पर विचार शुरू कर दिया है. कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने शुक्रवार को बताया कि यह प्रणाली रक्षा प्रतिष्ठानों की तरह काम करेगी, जो ड्रोन को डिटेक्ट, ट्रैक और न्यूट्रलाइज कर सकेगी.
कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि मंदिर की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाए जाने की योजना है. इसके लिए आवश्यक धनराशि मंदिर प्रशासन द्वारा वहन की जाएगी. यह फैसला उस समय लिया गया है जब कई यूट्यूबर और व्लॉगर मंदिर परिसर में ड्रोन उड़ाते हुए पकड़े गए हैं, जो कि पूरी तरह प्रतिबंधित है.
पुरी पुलिस हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से जुड़े आरोपों की भी पुष्टि कर रही है, जिन्हें जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने 2024 में पुरी की अपनी यात्रा के दौरान श्री जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाने और जासूसी का संदेह जताया गया था. हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद ओडिशा सरकार ने पुरी और ऐतिहासिक मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है.
अधिकारियों ने बताया कि मंदिर और उसके आसपास कम से कम 240 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. प्रशासन ने मंदिर में नवगठित स्वतंत्र श्री मंदिर सुरक्षा वाहिनी (SSMSV) के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी तेज कर दी है. उन्होंने बताया कि एसएसएमएसवी में 1 हजार 83 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं.