scorecardresearch
 

ऑनलाइन गेम की आदत ने ली जान, मां बाप की रोक टोक से तंग आकर छात्र ने किया सुसाइड

ओडिशा के बालासोर जिले में आठवीं कक्षा के एक छात्र ने ऑनलाइन गेम खेलने से रोके जाने पर आत्महत्या कर ली. परिजनों के अनुसार वह गेमिंग का आदी था और पढ़ाई नजरअंदाज करता था. यह अकेला मामला नहीं है, इससे पहले भी ओडिशा के कई जिलों में ऑनलाइन गेमिंग की लत से आत्महत्या और पारिवारिक हत्याओं की घटनाएं हो चुकी हैं.

Advertisement
X
 मां बाप की रोक टोक से तंग आकर छात्र ने दी जान (Photo: ITG)
मां बाप की रोक टोक से तंग आकर छात्र ने दी जान (Photo: ITG)

ओडिशा में छात्रों में ऑनलाइन गेमिंग की लत ने एक बार फिर चिंता पैदा कर दी है. ताजा मामला डरा देने वाला है. यहां बालासोर जिले के सिंगला थाना क्षेत्र के गुहालीपाड़ा गांव में आठवीं कक्षा के एक छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.

यह घटना  पर 12 अगस्त को हुई, जब जयकृष्ण नाम के नाबालिग लड़के ने अपने परिवार के सदस्यों द्वारा ऑनलाइन गेम खेलने से रोकने की कोशिश के बाद यह कदम उठाया.

रिश्तेदारों के अनुसार, लड़का ऑनलाइन गेमिंग का बहुत आदी था और अक्सर अपनी पढ़ाई को नजरअंदाज करता था. अपने माता-पिता और बड़ों द्वारा बार-बार इसे छोड़ने की चेतावनी देने से वह परेशान हो गया था. कथित तौर पर इसी के कारण उसने अपनी जान दे दी. पुलिस ने शव बरामद कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

यह कोई अकेला मामला नहीं है. इस साल मई में, बालासोर और केंद्रपाड़ा जिलों से भी ऐसी ही दो घटनाएं सामने आई थीं, जहां ऑनलाइन गेम खेलने से रोके जाने पर युवाओं ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.

Advertisement

 इससे पहले मार्च में, रायगढ़ ज़िले की दसवीं कक्षा की एक लड़की ने कथित तौर पर एक ऑनलाइन जुआ प्लेटफ़ॉर्म द्वारा धोखाधड़ी के बाद आत्महत्या कर ली थी. उसे ₹4 लाख की इनामी राशि के नाम पर ठगा गया था. उसी महीने, जगतसिंहपुर जिले के एक 22 साल के युवक ने कथित तौर पर गेमिंग की लत को लेकर अक्सर होने वाले झगड़ों के बाद अपने माता-पिता और बहन की हत्या कर दी थी.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement