मध्य प्रदेश सरकार आदिवासी सम्मेलन कर उनके उत्थान की बात कर रही है. मगर, बीते कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर बर्बरता की तस्वीरों ने प्रदेश में उनकी की दुर्दशा की कहानी बयां कर दी है. ताजा मामला सतना जिले का है, जहां वरदा डी में एक आदिवासी को इलाके के दबंगों ने घर में बंधक बनाकर इसलिए पीटा क्योंकि वह अपने मकान का पट्टा लेने उनके घर गया था.
घायल संतोष कोल ने बताया कि कुछ दिनों पहले इलाके के दबंग ज्ञानेंद्र सिंह नवल सिंह ने आदर्श नगर के पास उसकी 10 बाई 10 की दुकान किराए पर ले रखी थी. फिर किसी बहाने उसकी दुकान का पट्टा भी ले लिया, जो उसकी मां राजकली के नाम पर है.
जिला अस्पताल में इलाज करा रहा पीड़ित
फरियादी की मानें, तो कई दिनों गुजर जाने के बाद जब वह अपनी दुकान का पट्टा वापस मांगने लगा, तो आरोपी तारीख पर तारीख देने लगे. फरियादी जब आरोपियों के बुलावे पर वरदा डी स्थित उनके घर गया, तो दबंगों ने पट्टा तो नहीं दिया. उल्टा बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा, जिससे वह घायल हो गया. अब जिला अस्पताल में वह अपना इलाज करा रहा है.
गौरतलब है कि बुधवार को हुई घटना के दिन ही फरियादी संतोष घायल हालत में आटो में सवार होकर परिजनों के साथ पहले थाने पहुंचा था. मगर, अब तक आरोपियों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है. इस पर अब फरियादी ने न्याय की गुहार लगाई है. वहीं, कोलगवां थाना पुलिस ने मामले पर संज्ञान लेकर जांच कार्यवाही की बात कही है.
एससी/एसटी एक्ट में पुलिस ने दर्ज किया केस
थाना प्रभारी सुदीप सोनी ने बताया कि घूरडांग से आज एक फरियादी संतोष कोल थाने आया था. उसने बताया कि वह अपनी दुकान का पट्टा मांगने गया था. इस पर विवाद हुआ, तो ज्ञानेंद्र नवल और रत्नेश ने संतोष कोल के साथ मार-पीट की है. इससे उसके पैर पर काफी चोट लगी थी. आरोपियों के खिलाफ मार-पीट और एससी/एसटी एक्ट का अपराध कायम किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.