मध्यप्रदेश और राजस्थान के ऊपरी इलाकों के साथ ही श्योपुर जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते पार्वती नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है. नदी के टापू पर बना सूंडी गांव बाढ़ से घिर गया है. यही वजह है कि प्रशासन ने ऐतिहातन एसडीआरएफ की टीम के माध्यम से टापू बने गांव से 50 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.
मप्र और राजस्थान की सीमा रेखा पार्वती नदी के जल स्तर में लगातार हो रही बढोत्तरी के बाद हमेशा की तरह सूंडी गांव में फिर से बाढ का खतरा बढ़ गया है, तो वहीं प्रशासन की समझाइश के बाद भी सूंडी के ग्रामीण गांव छोडने को तैयार नहीं हो रहे.
ऐसे सोमवार को प्रशासन ने मौके पर अधिकारियों के साथ एसडीआरएफ की टीम भेजी. जहां ग्रामीणों को फिर समझाइश देकर उन्हें मनाया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. टीम ने मोटर बोट की सहायता से क्रमबद्ध तरीके से 50 ग्रामीणों को टापू बने गांव से सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया.
होमगार्ड के प्लाटून कमांडर प्रमोद दंडोतिया ने aajtak को फोन कॉल पर बताया कि सूंडी गांव से महिलाओं और बच्चों सहित कुल 50 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. अभी कुछ लोग और हैं, जिनके लिए हमारी टीम लगी हुई है.
बता दें कि श्योपुर जिले से गुजरी पार्वती नदी बीती रात से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसी वजह से श्योपुर का राजस्थान के कोटा और बारां जिलों से सड़क संपर्क भी कटा हुआ है.