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मध्य प्रदेश के दमोह जिले में आवारा कुत्तों ने दो दिनों में 40 लोगों को काटा

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में आवारा कुत्तों ने दो दिनों में 40 लोगों को काट लिया है, जिनमें से 35 हमले सिर्फ दो कुत्तों ने किए. पटेरा और बटियागढ़ स्वास्थ्य केंद्रों में बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हुए हैं. कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने अधिकारियों को आवारा कुत्तों को तुरंत पकड़ने के निर्देश दिए हैं. यह घटना सुप्रीम कोर्ट द्वारा संस्थागत क्षेत्रों में कुत्तों के हमलों पर चिंता जताने के ठीक बाद हुई है.

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स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीज बढ़ गए हैं. (Photo: Representational)
स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीज बढ़ गए हैं. (Photo: Representational)

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में आवारा कुत्तों ने पिछले दो दिनों में कम से कम 40 लोगों को काट लिया है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इन 40 हमलों में से 35 हमले सिर्फ दो कुत्तों ने किए हैं, जिसके बाद पूरे जिले में दहशत फैल गई है.

स्वास्थ्य केंद्रों पर बढ़े मरीज
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) डॉ. अशोक बडोदिया ने बताया कि पटेरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में शुक्रवार और शनिवार को 25 कुत्ते के काटने के मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने आशंका जताई कि इन सभी मरीजों को संभवतः एक ही कुत्ते ने निशाना बनाया है.

वहीं, बटियागढ़ ब्लॉक के बीएमओ डॉ. बीएम पंत ने बताया कि उनके क्षेत्र में भी एक अकेले कुत्ते ने 10 लोगों को काट लिया. इसके अलावा, दमोह शहर के जिला अस्पताल में भी आवारा कुत्तों के काटने के बाद पांच और लोगों का इलाज किया गया.

कलेक्टर ने दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश
लगातार हो रही इन घटनाओं के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने जिले के अधिकारियों को "आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए तत्काल कदम उठाने" का निर्देश दिया है. प्रशासन अब इन हिंसक कुत्तों को पकड़ने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई में जुट गया है.

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सुप्रीम कोर्ट ने भी जताई चिंता
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को शैक्षणिक केंद्रों, अस्पतालों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों जैसे संस्थागत क्षेत्रों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में खतरनाक वृद्धि पर संज्ञान लिया था. कोर्ट ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि ऐसे आवारा कुत्तों को पकड़कर निर्धारित आश्रय स्थलों (designated shelters) में स्थानांतरित किया जाए. दमोह में हुई यह घटना सुप्रीम कोर्ट की चिंता को और भी गंभीर बनाती है.

आवारा कुत्तों के काटने की इन घटनाओं से स्थानीय लोगों में डर का माहौल है और वे जिला प्रशासन से जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं.

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