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सबसे बड़े सवाल का अबतक नहीं मिला जवाब, आखिर गाजीपुर क्यों और कैसे पहुंची सोनम रघुवंशी 

गूगल मैप्स के हिसाब से शिलांग से गाजीपुर की दूरी करीब 1162 किलोमीटर है और सड़क मार्ग से इसे तय करने में कम से कम 24 से 26 घंटे का वक्त लगता है. लेकिन क्या सोनम ने यह पूरा सफर गाड़ी से तय किया या वह बीच में किसी ट्रेन या फ्लाइट से आई. इसका जवाब अभी तक किसी के पास नहीं है. सोनम के गाजीपुर तक आने का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण सामने नहीं आया है.

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शिलांग से गाजीपुर आखिर सोनम कैसे पहुंची इसका जवाब नहीं मिला
शिलांग से गाजीपुर आखिर सोनम कैसे पहुंची इसका जवाब नहीं मिला

Sonam Raghuvanshi Latest News: इंदौर की सोनम रघुवंशी इस समय घर-घर में चर्चा का विषय है. शिलांग  से लेकर इंदौर और अब गाजीपुर तक फैली इस कहानी में कई नए सवाल खड़े होते जा रहे हैं. शादी के एक महीने के भीतर ही हनीमून पर प्रेमी के लिए अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में सोनम की गिरफ्तारी हो चुकी है. प्रेमी राज कुशवाह और सुपारी किलर विशाल चौहान, आकाश राजपूत व आनंद भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. लेकिन अभी तक सबसे बड़े सवाल का जवाब नहीं मिला आखिर सोनम गाजीपुर क्यों और कैसे पहुंची. 

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1162 किलोमीटर, 25 घंटे का सफर  पर कैसे

गूगल मैप्स के हिसाब से शिलांग से गाजीपुर की दूरी करीब 1162 किलोमीटर है और सड़क मार्ग से इसे तय करने में कम से कम 24 से 26 घंटे का वक्त लगता है. लेकिन क्या सोनम ने यह पूरा सफर गाड़ी से तय किया? या वह बीच में किसी ट्रेन या फ्लाइट से आई. इस जवाब अभी तक किसी के पास नहीं है. अब तक की जानकारी के अनुसार, सोनम के आने का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण सामने नहीं आया है. पुलिस को रेलवे या फ्लाइट से आने की संभावना कम लग रही है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वह सड़क मार्ग से आई होगी, लेकिन यह भी स्पष्ट नहीं है कि किस गाड़ी से, कब और किस रूट से?

कई संभावनाएं, एक भी पक्की नहीं

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संभावना है कि सोनम वाराणसी से होकर गाजीपुर पहुंची हो. वाराणसी सोनम की पहुंच के लिहाज से सबसे सहज एयर और रेल कनेक्शन वाला नजदीकी बड़ा शहर है. लेकिन वाराणसी से गाजीपुर तक का हिस्सा अब तक धुंधला है. वहीं ट्रेन से आने की संभावना भी कम ही लगती है. जिस हालत में वह गाजीपुर में मिली उसे देखकर नहीं लगता है कि वह ट्रेन के एसी कोच या स्लीपर क्लास में बैठकर आई हो.  जनरल कोच में लंबा सफर करना भी अव्यवहारिक माना जा रहा है. दूसरी ओर शिलांग या गुवाहाटी से गाजीपुर के लिए कोई सीधी उड़ान नहीं है. अगर फ्लाइट ली भी गई, तो वह गुवाहाटी या कोलकाता से वाराणसी तक ही हो सकती थी. वहां से भी गाजीपुर क्यों आई ये स्पष्ट नहीं हो रहा. 

ढाबे पर मिली सोनम, पर गाड़ी गायब

जिस जगह सोनम को गिरफ्तार किया गया, वह एक छोटा सा ढाबा था, जबकि उसके आस-पास कई बड़े ढाबे मौजूद थे. पुलिस के लिए यह भी सवाल है कि आखिर वो वहीं क्यों रुकी? सोनम जिस वक्त ढाबे पर बैठी मिली, उसके पास कोई लगेज नहीं था और न ही कोई गाड़ी. न तो उस वक्त वहां कोई वाहन था और न ही उसका कोई ड्राइवर. ऐसे में संदेह है कि कोई गाड़ी उसे छोड़कर चली गई या वह जानबूझकर वहां रुक गई. अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि वह किस वाहन से गाजीपुर पहुंची थी. कोई CCTV फुटेज या चश्मदीद गवाह अभी तक सामने नहीं आया है जो सोनम की गाड़ी की पुष्टि कर सके.

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ढाबे वाले को सोनम ने क्या बताया 

नेशनल हाईवे पर स्थित काशी ढाबे के संचालक शाहिल यादव ने बताया कि सोनम रात में आई. बाहर कस्टमर लोग बैठे थे. जिनमें एक लेडीज, एक उनके पिता और दो बच्चे भी थे. सबसे पहले सोनम उन्हीं के पास गई और कुछ हेल्प मांगती है. हालांकि, उन्होंने मना कर दिया तो वह मेरे पास आई. आते ही उसने बोला कि भैया अपना मोबाइल दे दीजिए हमको थोड़ा बात करना है. हमने उसे अपना मोबाइल दे दिया.इसके बाद उसने नंबर डायल करते हुए कहा कि हेल्लो भैया... फिर रोने लगती है. जिसके बाद उसकी फैमिली से हम बात करते हैं. उनको यहां का एड्रेस बताते है फिर इतना ही बात होता है.

इसके बाद जब हमने सोनम से फिर पूछा तो उसने बताया कि मई में उसकी शादी हुई थी. इसके कुछ दिन बाद वो अपने पति के साथ मेघालय घूमने गई. फिर वहां पर उसका अपहरण कर लिया गया. साथ ही उससे जेवर लूटने की भी कोशिश की गई.इसी दौरान उसके पति की हत्या हो जाती है और वो यह देख के बेहोश हो गई. फिर हम लोगों ने उससे पूछा कि यहां कैसे पहुंची, तो उसने कुछ जवाब नहीं दिया. वो हमारे ढाबे पर करीब एक बजे आई थी. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. फिर करीब 3 बजे पुलिस उसको लेकर गई.  

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CCTV कैमरों की जांच तेज

जिस ढाबे पर सोनम मिली है उसके पास चौबेपुर के कैथी स्थित टोल प्लाजा है. यहां सीसीटीवी लगा है. इसके कैमरे चेक किए जा रहे हैं. यह टोल वाराणसी से गाजीपुर जाने वाले मुख्य मार्ग पर है. इसके अलावा गाजीपुर शहर और उसके बाहरी हिस्सों के प्रवेश बिंदुओं पर लगे CCTV हैं. पुलिस की कोशिश है कि यह पता लगाया जा सके कि सोनम किस गाड़ी से आई, और उसे वहां किसने छोड़ा?

गाजीपुर पुलिस कर रही सहयोग 

गाजीपुर पुलिस पूरे मामले में बयान देने से बच रही है. घटनास्थल मेघालय है, अभियुक्त वहीं वांछित है, गाजीपुर में सिर्फ वह मिली है ऐसे में स्थानीय पुलिस ने उसे मेघालय पुलिस को सौंप दिया है. अब वही पुलिस सोनम से सघन पूछताछ करेगी.

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