मध्य प्रदेश के सागर जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है. यहां टेहर गांव में एक ही परिवार के चार लोगों ने एकसाथ सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली. मरने वालों में पिता, बेटा-बेटी और 70 साल की दादी शामिल हैं. यह घटना तब हुई, जब घर की महिला सदस्य कुछ दिन पहले मायके गई थीं. हर कोई यह समझने की कोशिश कर रहा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक पूरा परिवार मौत को गले लगाने पर मजबूर हो गया.
एजेंसी के अनुसार, टेहर गांव में आज शनिवार तड़के सल्फास की गोलियां खाकर 45 वर्षीय मनोहर लोधी, उनकी बेटी 18 साल की शिवानी, 16 साल का बेटा अंकित और 70 साल की फूलरानी लोधी ने आत्महत्या कर ली. सबसे पहले 70 वर्षीय फूलरानी लोधी और 16 वर्षीय अंकित की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं गंभीर हालत में अस्पताल पहुंची बेटी शिवानी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि पिता मनोहर को सागर जिला अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
पुलिस का कहना है कि मनोहर लोधी की पत्नी कुछ दिन पहले अपने मायके गई थीं. इस बीच शुक्रवार की देर रात घर में यह भयावह कदम उठाया गया. आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन घरेलू तनाव और डिप्रेशन की आशंका जताई जा रही है.
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मनोहर के छोटे भाई नंदराम सिंह लोधी ने बताया कि रात करीब 3 बजे उन्होंने आवाज सुनी तो पता चला कि मनोहर को उल्टियां हो रही हैं. दौड़ते हुए पहुंचे और पड़ोसी को बुलाकर एंबुलेंस को कॉल किया. तब तक मां फूलरानी और भतीजा अंकित दम तोड़ चुके थे.
खुरई सिविल अस्पताल की डॉ. वर्षा केशरवानी ने बताया कि चारों ने सल्फास की गोलियां खाईं थीं. दो लोगों को मृत हालत में लाया गया था, जबकि लड़की और उसके पिता को गंभीर हालत में सागर रेफर किया गया. लड़की की रास्ते में मौत हो गई, और पिता की एंबुलेंस में ही जान चली गई.
खुरई अर्बन थाने के प्रभारी योगेंद्र सिंह डांगी ने कहा कि आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है. घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस मृतकों के रिश्तेदारों और गांव के लोगों से पूछताछ कर रही है, ताकि आत्महत्या के पीछे की वजह पता चल सके.
टेहर गांव में चार लोगों की एक साथ मौत से मातम पसरा है. पड़ोसी और रिश्तेदार स्तब्ध हैं. ग्रामीणों का कहना है कि मनोहर सीधे-सादे व्यक्ति थे और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देते थे. आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, यह किसी को समझ नहीं आ रहा.
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