राष्ट्रपति चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में मंगलवार को बड़ा दल बदल हुआ. यहां समाजवादी पार्टी के विधायक राजेश शुक्ला, बसपा विधायक संजीव सिंह, और निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह बीजेपी में शामिल हो गए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में तीनों विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ली.
जिन विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ली है उनमें छतरपुर की बिजावर सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक राजेश शुक्ला, भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह और सुसनेर से निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह शामिल हैं.
तीनों विधायक हमें समर्थन देते रहे- शिवराज सिंह
एमपी के सीएम शिवराज सिंह ने कहा, हमारे तीन विधायक साथी आज बीजेपी में शामिल हुए हैं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे, हमारी 109 सीटें थीं. तब कांग्रेस को भी बहुमत नहीं मिला था. लेकिन कांग्रेस के पास ज्यादा सीटें थीं. ऐसे में हमने सरकार बनाने का दावा करने से इनकार कर दिया था. ऐसे में इन तीनों साथी, जिन्होंने हमें समर्थन देने का मन बना लिया था. हमने समर्थन नहीं लिया था. लेकिन आज मुझे संतोष है कि तीनों साथी हमारे साथ वापस आ गए हैं. ये तीनों साथी समय समय पर सदन से लेकर हर मुद्दे तक सरकार का समर्थन करते रहे हैं.
2020 में भी इन विधायकों ने दिया था बीजेपी का साथ
इससे पहले भी इन विधायकों ने 2020 में बहुमत साबित करने के समय बीजेपी का साथ दिया था और कमलनाथ सरकार गिर गई थी. मौजूदा समय में भी ये विधायक बाहर से बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं. राज्यसभा चुनाव में भी इन विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में वोट किया था.
नहीं लागू होगा दल बदल कानून
खास बात ये है कि इन तीनों विधायकों पर दलबदल नियम लागू नहीं होगा क्योंकि मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी का सिर्फ एक ही विधायक है. ऐसे में राजेश शुक्ला के बीजेपी में शामिल होने से शत प्रतिशत विलय बीजेपी में हो जाएगा. वहीं बसपा के 2 विधायक में से एक विधायक संजीव कुशवाह के भाजपा में आने से 50 फीसदी विलय बीजेपी में हो जाएगा जिससे दल बदल कानून लागू नहीं होगा.