मध्य प्रदेश में डॉ मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुनकर बीजेपी ने हर किसी को चकित कर दिया. बुधवार को शपथ ग्रहण कर उज्जैन दक्षिण से बीजेपी विधायक मध्य प्रदेश 20वें मुख्यमंत्री बन जाएंगे. इसी बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह का एक बयान सामने आया है.
गुना जिले की चाचौड़ा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हारे लक्ष्मण सिंह ने अपनी पार्टी को भी बीजेपी की तर्ज पर नेता चुनने की सलाह दे डाली. पूर्व विधायक लक्ष्मण ने लिखा, ''भाजपा ने जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री बनाकर एक नई परंपरा शुरू की है. कांग्रेस के कार्यकर्ता भी उम्मीद लगा कर बरसों से इंतजार कर रहे हैं. विपक्ष में उन्हें सर्वोच्च पद देकर उनका मनोबल बढ़ाया जा सकता है, जैसा खड़गे जी को नियुक्त किया है.''
इसस पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को बधाई दी. लिखा, ''मोहन यादव जी को मुख्य मंत्री बनने पर बधाई. आशा करते हैं अब गौ माता सड़कों पर नहीं दिखेंगी. उनकी सेवा होगी. गौशालाओं को पर्याप्त राशि मिलेगी अथवा उनका संचालन भी सही हाथों में होगा. देखते हैं क्या होता है.''
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका मीना से 61570 वोटों से चुनाव हार गए. 2018 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मण सिंह ने ममता मीना को 9797 वोटों से चुनाव हराया था. लेकिन इस बार वोटों का मार्जिन काफी बड़ा रहा. लक्ष्मण सिंह 50 हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए. लक्ष्मण सिंह बीजेपी की जीत के पीछे कालेधन को दोषी ठहरा रहे हैं.
हार के बाद लक्ष्मण सिंह ने कहा, "मध्य प्रदेश में कल के नतीजों से विचलित नहीं होना है साथियों. एक व्यक्ति जो कभी चुनाव नहीं लड़ा और पार्षद का चुनाव भी नहीं जीत सकता वो टीवी पर पूरे प्रदेश के नतीजे घोषित कर रहा है और ऐसा हुआ भी. यह मध्य प्रदेश में वर्षों की लूट का कालाधन बोल रहा है जो चुनाव में खर्च किया है."
बता दें कि चाचौड़ा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय था. बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका मीना को 110254 वोट मिले. इसके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह को 49684 मत ही हासिल हो पाए. AAP उम्मीदवार ममता मीना को 27405 वोट मिले. लक्ष्मण सिंह ने पोस्टल बैलेट्स में सर्वाधिक 562 वोट हासिल किए. बता दें कि 31 साल की प्रियंका मीना मध्य प्रदेश की सबसे युवा विधायक बनी हैं.
दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के खिलाफ गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल भी प्रचार करने पहुंचे थे. वहीं, लक्ष्मण सिंह की ओर से उनके भाई दिग्विजय सिंह ने सभाएं ली थीं.