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ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर और कटनी में होगा हवाई हमले से बचाव का अभ्यास, 7:40 पर रहेगा ब्लैकआउट

मध्य प्रदेश के ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, और कटनी में 7 मई को शाम 4 बजे से 8 बजे तक यह अभ्यास होगा. इसमें हवाई हमले की काल्पनिक स्थिति में बचाव के उपायों का अभ्यास किया जाएगा. जिलों में सायरन के माध्यम से काल्पनिक हमले की सूचना दी जाएगी, जिसके बाद नागरिक और संस्थाएं ब्लैकआउट का अभ्यास करेंगे.

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सायरन की प्रतीकात्मक तस्वीर
सायरन की प्रतीकात्मक तस्वीर

मध्य प्रदेश के 5 जिलों ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर और कटनी में आज शाम 4 बजे से 8 बजे तक नागरिक सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) आयोजित किया जाएगा. पहले यह अभ्यास सुबह 9:30 बजे प्रस्तावित था, लेकिन अब इसे शाम के समय निर्धारित किया गया है. इस दौरान शाम 7:40 बजे ब्लैकआउट का अभ्यास होगा.  

अपर मुख्य सचिव (गृह) जेएन कंसोटिया ने कहा कि नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन राष्ट्र की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. इसके लिए सिविल डिफेंस अधिनियम 1968 और अन्य नियमों में नागरिक सुरक्षा के प्रावधान किए गए हैं. भारत सरकार का गृह मंत्रालय इसकी जिम्मेदारी संभालता है और समय-समय पर राज्यों को निर्देश देता है कि वे नागरिक सुरक्षा योजनाएं तैयार करें, उनकी समीक्षा करें, और आवश्यकता पड़ने पर संशोधन करें.

नागरिक सुरक्षा योजनाएं नागरिकों, महत्वपूर्ण उद्योगों, और नागरिक सुविधाओं जैसे रासायनिक, परमाणु और अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठान, जल विद्युत परियोजनाएं और अन्य संस्थानों की सुरक्षा के लिए बनाई जाती हैं. इन योजनाओं में स्पष्ट प्रावधान हैं कि आपदा या संकट की स्थिति में पुलिस, सेना, रेलवे, स्वास्थ्य, और हवाई अड्डा जैसे विभाग समन्वय के साथ कार्रवाई करें. इन योजनाओं को तैयार करना, समीक्षा करना, संशोधन करना, और अभ्यास करना सामान्य प्रक्रियाएं हैं, जिनका उद्देश्य नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना, व्यवस्था को मजबूत करना, नागरिकों को जागरूक और प्रशिक्षित करना, और तैयारियों को अद्यतन रखना है.

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केंद्र सरकार के निर्देशानुसार, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, और कटनी में 7 मई को शाम 4 बजे से 8 बजे तक यह अभ्यास होगा. इसमें हवाई हमले की काल्पनिक स्थिति में बचाव के उपायों का अभ्यास किया जाएगा. जिलों में सायरन के माध्यम से काल्पनिक हमले की सूचना दी जाएगी, जिसके बाद नागरिक और संस्थाएं ब्लैकआउट का अभ्यास करेंगे. ब्लैकआउट के लिए शाम 7:40 बजे का समय निर्धारित है. इसके साथ ही, किसी निश्चित भवन में आग लगने की स्थिति में खोज और बचाव, लोगों को सुरक्षित निकालने, अस्थायी अस्पताल स्थापित करने, और खतरे वाले स्थान से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का अभ्यास होगा. 

इस अभ्यास की सूचना राज्य के नियंत्रण कक्ष को दी जाएगी, जो केंद्र सरकार के नियंत्रण कक्ष को सूचित करेगा. यह अभ्यास रक्षा मंत्रालय, रेलवे, विमानन, और अन्य विभागों के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किया जा रहा है.

नागरिकों से अपील
नागरिकों को इस अभ्यास से भयभीत होने की जरूरत नहीं है. सभी से अपील है कि वे अभ्यास में शामिल होकर महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें. सूचना मिलने पर नागरिक अपने और परिजनों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का अभ्यास करें. हवाई हमले का लाल सिग्नल दो मिनट तक ऊंची-नीची आवाज में सायरन बजने से दर्शाया जाता है और खतरा टलने पर दो मिनट तक निरंतर सायरन बजाकर सूचना दी जाती है. 

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ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों से अनुरोध है कि वे घरों और कार्यालयों की लाइटें और पर्दे बंद करें, और सायरन दोबारा बजने पर लाइटें चालू करें. भीड़ न बढ़ाएं, अफवाहें न फैलाएं, और यातायात, पुलिस, और एम्बुलेंस सेवाओं को सुचारु रूप से चलने में सहयोग करें. प्रशासन के निर्देशों का पालन कर अभ्यास को सफल बनाएं.

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