मध्य प्रदेश के छतरपुर में भारी बारिश के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. बड़ामलहरा क्षेत्र में दो नदियों के बीच बने टापू पर फंसे चार ग्रामीणों को एनडीआरएफ और प्रशासन की टीम ने करीब 10 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सकुशल बाहर निकाल लिया.
जानकारी के अनुसार, यह घटना छतरपुर के बड़ामलहरा क्षेत्र स्थित बराज गांव की है. यहां चार ग्रामीण खेतों में काम कर रहे थे. वे दो नदियों काठन और श्यामजी के संगम से बने टापू में फंस गए. लगातार हो रही तेज बारिश से दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे टापू चारों ओर से पानी से घिर गया और ग्रामीण बाहर नहीं निकल पाए.
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आया. तहसीलदार आलोक जैन के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया. ग्रामीणों की जान बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया.
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करीब 10 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में एनडीआरएफ के जवानों ने इलेक्ट्रॉनिक वोट (रिमोट मोटर बोट) के जरिए चारों ग्रामीणों का रेस्क्यू किया. पानी का बहाव तेज था, लेकिन जवानों ने जोखिम उठाते हुए सभी को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया. रेस्क्यू के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर इकट्ठा हो गई थी.
तहसीलदार आलोक जैन ने बताया कि सूचना मिलते ही तुरंत रेस्क्यू टीम को एक्टिव किया और एनडीआरएफ की मदद से सफलतापूर्वक ग्रामीणों को बाहर निकाला गया. रेस्क्यू किए गए ग्रामीणों ने बताया कि वे खेतों में काम कर रहे थे, तभी नदियों का पानी अचानक बढ़ गया और वे टापू पर फंस गए. इस मामले की सूचना प्रशासन को दी गई. प्रशासन और एनडीआरएफ की त्वरित कार्रवाई से उनकी जान बच गई.