उत्तर प्रदेश के BJP विधायक राजीव सिंह पारीछा ने वंदे भारत एक्सप्रेस में हुई घटना पर सफाई पेश की है. अपना रुख स्पष्ट करते हुए विधायक ने कहा कि साथी यात्रियों के साथ गलतफहमी अनावश्यक रूप से बढ़ गई और झांसी में झगड़ा दुर्भाग्यपूर्ण और अनजाने में हुआ था.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विधायक राजीव सिंह ने कहा कि वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दिल्ली से झांसी जा रहे थे. इसी दौरान उन्होंने एक यात्री से विनम्रतापूर्वक सीट बदलने का अनुरोध किया ताकि परिवार एक साथ बैठ सके. बीजेपी विधायक के अनुसार, यात्री और उसके साथी ने पहले से अभद्र व्यवहार किया और उन्हें धमकाया.
बीजेपी विधायक का दावा है कि ट्रेन यात्रा के दौरान उन्होंने सुरक्षा का हवाला देते हुए रेल मदद हेल्पलाइन के माध्यम से सहायता भी मांगी थी. बाद में जब ट्रेन झांसी पहुंची तो उनके सुरक्षाकर्मियों की ओर से बुलाए गए उनके कुछ स्थानीय समर्थकों ने एक यात्री पर हमला कर दिया.
विधायक ने कहा कि यह हमला आवेश में और उनकी मंजूरी के बिना किया गया था. उन्होंने बाद में यात्रियों से माफी मांगी, जिन्होंने उनके खेद को स्वीकार किया और गलतफहमी को स्वीकार किया.
विधायक सिंह ने दोहराया कि उन्होंने झगड़े के बाद उसी शाम जीआरपी में एक गैर-संज्ञेय रिपोर्ट (NCR) दर्ज कराई थी.
राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के अनुसार, सीट बदलने और ट्रेन के अंदर आपत्तिजनक बैठने की मुद्रा को लेकर 19 जून को दिल्ली-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस में झगड़ा हुआ था.
उधर, BJP की उत्तर प्रदेश इकाई ने 22 जून को इस मामले के संबंध में पार्टी विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और सात दिनों के भीतर जवाब मांगा था.
इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं, जिसमें कुछ विपक्षी नेताओं और एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कार्रवाई की मांग की है. हालांकि, इसमें शामिल यात्री ने औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है और मामला फिलहाल पुलिस जांच के दायरे में है.