भारतीय जनता पार्टी (BJP) हर बार विधानसभा चुनाव से पहले जनआशीर्वाद यात्रा निकलती आई है जिसका चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रहते हैं. आमतौर पर मई या जून के महीने में शुरू होने वाली जनआशीर्वाद यात्रा इस बार अगस्त का पहला हफ्ता बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हुई तो इस बात के कयास लगाए जाने लगे कि इस बार शायद जनआशीर्वाद यात्रा नहीं निकलेगी. लेकिन अब नए कलेवर के साथ इसका खाका तैयार कर लिया गया है.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली में एमपी बीजेपी के नेताओं की साथ हुई बैठक में तय किया गया है कि सितंबर महीने के पहले हफ्ते में बीजेपी जनआशीर्वाद यात्रा निकालेगी. हालांकि, इस बार जनआशीर्वाद यात्रा का चेहरा अकेले शिवराज सिंह चौहान नहीं बल्कि बीजेपी के अन्य नेता भी भी होंगे.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में तय हुआ है कि सीएम शिवराज के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र सिंह तोमर और वीडी शर्मा भी इस बार जनआशीर्वाद यात्रा का चेहरा होंगे. इन सभी नेताओं को अलग-अलग इलाकों से निकलने वाली जनआशीर्वाद यात्राओं का चेहरा बनाया गया है. सिर्फ यही नहीं, बीजेपी इन यात्राओं में पार्टी के केंद्र और अन्य राज्यों के अपने कद्दावर नेताओं और मंत्रियों को भी जनआशीर्वाद यात्रा में बुलाएगी.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राजनीतिक यात्रा का नाम पहले 'विजय संकल्प यात्रा' रखा गया था. लेकिन अमित शाह के साथ हुई बैठक में तय हुआ कि इसका नाम .जनआशीर्वाद यात्रा. ही रखा जाएगा. सितंबर के पहले हफ्ते संभवतः 5 सितंबर को यात्राए अलग-अलग इलाकों से शुरू होगी और सभी 230 विधानसभाओं से होते हुए करीब 25 सितंबर को भोपाल में इसका समापन होगा.
बीजेपी कोशिश कर रही है कि समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहें और कार्यकर्ताओं को संबोधित करें. अलग-अलग इलाकों से जनआशीर्वाद यात्रा निकालने के पीछे की वजह बीजेपी ने समय की कमी को बताया है, क्योंकि एक रथ और एक नेता का सभी विधानसभाओं तक पहुंचना संभव नहीं होता, इसलिए अब इलाके निर्धारित कर यात्राएं निकाली जाएंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा विधानसभाओं तक पहुंचा जा सके.