साहित्य आजतक 2019 के सत्र ‘रहस्य, रोमांच और रोमांस’ में लेखिका गीता श्री ने अपनी किताब भूत खेला और लेखिका जयंती रंगनाथन ने अपनी किताब रूह की प्यास का विमोचन किया. यह दोनों किताबों वाणी प्रकाशन से प्रकाशित हुई हैं. कार्यक्रम के दोनों लेखिकाओं ने अपनी-अपनी किताबों पर विस्तार से चर्चा की. इस दौरान जब लेखिका गीता श्री से पूछ गया कि भूत, चुड़ैल और डायन में क्या अंतर है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि भूत का कोई लिंग नहीं होता लेकिन चुड़ैल और डायन दोनों स्त्रियों को दी गई गालियां हैं. गीता श्री ने इन दोनों शब्दों को शब्दकोश से हटाने की भी मांग की है. वीडियो देखें.