लेखक, पटकथा एवं संवाद लेखक दिव्य प्रकाश दुबे ने अपने पूर्व प्रेमी को लिखी चिट्ठी में अपने दिल की बात कही. चिट्ठी में याद, उम्मीद और अधूरे वादों का जिक्र है. लेखक ने बताया कि कैसे वो अब कविताएं नहीं लिख पाता और पुरानी यादों में खोया रहता है. यह कहानी प्यार, विरह और यादों के बीच झूलती एक भावुक दास्तान है जो हर किसी के दिल को छू लेगी.