'Sahitya Tak Book Cafe Top 10 English Books 2023 में अमीश - भावना रॉय, नमिता गोखले, सिद्धार्थ काक, जी माधवन नैयर, अभय के, आशीष कुंद्रा और हिंदोल सेनगुप्ता की कौन सी और इनके अलावा और किनकी पुस्तकें शामिल हैं. .
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शब्द की दुनिया समृद्ध हो और बची रहे पुस्तक-संस्कृति इसके लिए इंडिया टुडे समूह के साहित्य, कला, संस्कृति और संगीत के प्रति समर्पित डिजिटल चैनल 'साहित्य तक' ने पुस्तक-चर्चा पर आधारित एक खास कार्यक्रम 'बुक कैफे' की शुरुआत वर्ष 2021 में की थी... आरंभ में सप्ताह में एक साथ पांच पुस्तकों की चर्चा से शुरू यह कार्यक्रम आज अपने वृहद स्वरूप में सर्वप्रिय है.
साहित्य तक के 'बुक कैफे' में इस समय पुस्तकों पर आधारित कई कार्यक्रम प्रसारित हो रहे हैं. इन कार्यक्रमों में 'एक दिन, एक किताब' के तहत हर दिन एक पुस्तक की चर्चा, 'शब्द-रथी' कार्यक्रम में किसी लेखक से उनकी सद्य: प्रकाशित कृति पर बातचीत और 'बातें-मुलाकातें' कार्यक्रम में किसी वरिष्ठ रचनाकार से उनके जीवनकर्म पर संवाद होता है. इनके अतिरिक्त 'आज की कविता' के तहत कविता पाठ का विशेष कार्यक्रम भी बेहद लोकप्रिय है.
भारतीय मीडिया जगत में जब 'पुस्तक' चर्चाओं के लिए जगह छीजती जा रही थी, तब 'साहित्य तक' पर हर शाम 4 बजे 'बुक कैफे' में प्रसारित कार्यक्रमों की लोकप्रियता बढ़ती ही गई. हमारे इस कार्यक्रम को प्रकाशकों, रचनाकारों और पाठकों की बेपनाह मुहब्बत मिली. अपने दर्शक, श्रोताओं के अतिशय प्रेम के बीच जब पुस्तकों की आमद लगातार बढ़ने लगी, तो यह कोशिश की गई कि कोई भी पुस्तक; आम पाठकों, प्रतिबद्ध पुस्तक-प्रेमियों की नजर से छूट न जाए. आप सभी तक 'बुक कैफे' को प्राप्त पुस्तकों की जानकारी सही समय से पहुंच सके इसके लिए सप्ताह में दो दिन- हर शनिवार और रविवार को - सुबह 10 बजे 'किताबें मिलीं' कार्यक्रम भी शुरू कर दिया गया. यह कार्यक्रम 'नई किताबें' के नाम से अगले वर्ष भी जारी रहेगा.
'साहित्य तक' ने वर्ष 2021 में ही पूरे वर्ष की चर्चित पुस्तकों में से उम्दा पुस्तकों के लिए 'बुक कैफे टॉप 10' की शृंखला शुरू की थी, ताकि आप सब श्रेष्ठ पुस्तकों के बारे में न केवल जानकारी पा सकें, बल्कि अपनी पसंद और आवश्यकतानुसार विधा और विषय विशेष की पुस्तकें चुन सकें. तब से हर वर्ष के आखिरी में 'बुक कैफे टॉप 10' की यह सूची जारी होती है. 'साहित्य तक बुक कैफे टॉप 10' की यह शृंखला अपने आपमें अनूठी है, और इसे भारतीय साहित्य जगत, प्रकाशन उद्योग और पाठकों के बीच खूब आदर प्राप्त है.
'साहित्य तक के 'बुक कैफे' की शुरुआत के समय ही इसके संचालकों ने यह कहा था कि एक ही जगह बाजार में आई नई पुस्तकों की जानकारी मिल जाए, तो पुस्तकों के शौकीनों के लिए इससे लाजवाब बात क्या हो सकती है? अगर आपको भी है किताबें पढ़ने का शौक, और उनके बारे में है जानने की चाहत, तो आपके लिए सबसे अच्छी जगह है साहित्य तक का 'बुक कैफे'.
हमें खुशी है कि हमारे इस अभियान में प्रकाशकों, लेखकों, पाठकों, पुस्तक प्रेमियों का बेपनाह प्यार मिला. हमने पुस्तक चर्चा के कार्यक्रम को 'एक दिन, एक किताब' के तहत दैनिक उत्सव में बदल दिया है. वर्ष 2021 में 'साहित्य तक- बुक कैफे टॉप 10' की शृंखला में केवल अनुवाद, कथेतर, कहानी, उपन्यास, कविता श्रेणी की टॉप 10 पुस्तकें चुनी गई थीं. वर्ष 2022 में लेखकों, प्रकाशकों और पुस्तक प्रेमियों के अनुरोध पर कुल 17 श्रेणियों में टॉप 10 पुस्तकें चुनी गईं. साहित्य तक ने इन पुस्तकों को कभी क्रमानुसार कोई रैंकिंग करार नहीं दिया, बल्कि हर चुनी पुस्तक को एक समान टॉप 10 का हिस्सा माना. यह पूरे वर्ष भर पुस्तकों के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता और श्रमसाध्य समर्पण का द्योतक है. फिर भी हम अपनी सीमाओं से भिज्ञ हैं. संभव है कुछ बेहतरीन पुस्तकें हम तक पहुंची ही न हों, संभव है कुछ श्रेणियों में कई बेहतरीन पुस्तकें बहुलता के चलते रह गई हों. संभव है कुछ पुस्तकें समयावधि के चलते चर्चा से वंचित रह गई हों. पर इतना अवश्य है कि 'बुक कैफे' में शामिल ये पुस्तकें अपनी विधा की चुनी हुई 'साहित्य तक बुक कैफे टॉप 10' पुस्तकें अवश्य हैं.
पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने की 'साहित्य तक' की कोशिशों को समर्थन, सहयोग और प्यार देने के लिए आप सभी का आभार.
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साहित्य तक 'बुक कैफे-टॉप 10' वर्ष 2023 की 'English' श्रेणी की श्रेष्ठ पुस्तकें हैं-
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* 'Idols: Unearthing the Power of Murti Puja, Amish Tripathi - Bhavna Roy'
- दो हज़ार साल पहले कौन सी ऐसी स्थितियां थी, जिसने कुछ लोगों को मूर्ति पूजा का विरोधी बना दिया? आखिर लोग मूर्ति पूजा क्यों करते हैं? सदियों से चले आ रहे पूर्वाग्रह, कट्टरता और हिंसा के बावजूद मूर्ति पूजा अब भी हठपूर्वक क्यों कायम है? वह भी केवल भारत भूमि पर! लेखक जोड़ी अमीश और भावना रॉय की यह कृति पहले प्रकाशित हो चुनी Dharma: Decoding the Epics for a Meaningful Life की ही अगली कड़ी है, जो भारतीय इतिहास में मूर्ति पूजा के महत्त्व, इसकी परंपरा, इससे जुड़ी आस्था और इसके पीछे के मनोविज्ञान से जुड़े हर प्रश्न का समाधान करती है.
- प्रकाशक: Harper Collins India
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* 'Mystics and Sceptics: In Search of Himalayan Masters' - Namita Gokhale ( Editor)
- यह पुस्तक हिमालय और उसकी पर्वत चोटियों, कंदराओं में भटकने वालों और साधकों, गुरुओं और प्रबुद्ध आत्माओं, संत, महात्माओं और चमत्कारी महानुभावों के अध्यात्म, प्रकृति संचरण और निर्माण से जुड़े मिथक, किंवदंतियों, उपाख्यानों और उनके आख्यान पर आधारित है. हिमालय से जुड़े विविध विद्वानों और आध्यात्मिक संतों, लेखकों की ये कहानियां और संस्मरण यहां बिखरी वनस्पतियों और जीवों की तरह ही विविध, चमकीली और आकर्षक हैं. उनमें से कुछ लचीला संदेह प्रदर्शित करती हैं जो सच्चे विश्वास की नींव है; तो अन्य लोग इनमें विश्वास की छलांग लगाते हैं. ये महान लोग मुठभेड़ और खोज, भटकन और खोए हुए रास्ते, निराशा और विश्वासघात के बीच भी अपने स्वयं की तलाश की निरंतर यात्रा जारी रखते हैं. यह पुस्तक मनुष्य, मनुष्यता, आध्यात्मिकता, सृष्टि का सृजन और हिमालय तथा हिमालय में समाहित आध्यात्मिक रहस्यों के पीछे चिरंतन दौड़ती आध्यात्मिक प्यास के प्रति एक श्रद्धांजलि है.
- प्रकाशक: Harper Collins India
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* 'The Winning Culture: Lessons from the Indian Army to Transform Your Business' - Neeraj Bali
- भारतीय सैन्य प्रशिक्षण को आधार बनाकर व्यावसायिक प्रगति की तरफ उन्मुख करने वाली यह पुस्तक उन बातों को बड़ी बारीकी से बतलाती है, जो किसी भी कॉरपोरेट घराने की सफलता का आधार हो सकते हैं. यह पुस्तक बताती है कि यह सैन्य प्रशिक्षण किस तरह एक सैनिक को न केवल अनुशासित, एकाग्र रखता है, बल्कि अवसर आने पर अपना सर्वस्व बलिदान करने के लिए भी प्रेरित करता है. आखिर यह प्रतिबद्धता और त्याग की भावना उसमें आती कैसे है? पुस्तक बेहतर नेतृत्व कर कॉरपोरेट घराने के उत्थान के लिए भी भारतीय सैन्य प्रशिक्षण की बारीकियों को समझा कर उनसे प्रेरणा लेने की वकालत करती है.
- प्रकाशक: Pan Macmillan India
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* 'Rocketing Through the Skies: An Eventful Life At ISRO' - G. Madhavan Nair (Author), Jaya G. Nair (Translator)
- यह पुस्तक इसरो से जुड़े उस वैज्ञानिक की कहानी है, जो डॉ विक्रम साराभाई और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के मार्गदर्शन में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के शुरुआती दिनों से लेकर खुद संगठन का नेतृत्व करने तक पहुंचा. इसरो में जी माधवन नायर का कार्यकाल इस महान वैज्ञानिक संगठन के उत्थान और उससे जुड़ी हस्तियों के नेतृत्व में बहु-घटनापूर्ण रहा है. पुस्तक नायर की आपबीती के बहाने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को संचालित करने वाली नवीनता और अन्वेषण की भावना को एक श्रद्धांजलि भी अर्पित करती है, और बताती है कि साइकिल पर रॉकेट ले जाने से चांद तक रॉकेट पहुंचाने की यह अथक यात्रा हमारे दशकों के सफल शोध, वैज्ञानिकों की अथक मेहनत और शीर्ष नेतृत्व से निरंतर मिलते सहयोग-समर्थन का नतीजा है.
- प्रकाशक: Rupa Publications India
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* 'Madam Commissioner: The Extraordinary Life of an Indian Police Chief' - Meeran Chadha
- यह पुस्तक महाराष्ट्र की पहली महिला आईपीएस अधिकारी मीरां चड्ढा बोरवणकर की जीवनी है. एक ऐसी पुलिस अधिकारी, जो न केवल अपने राज्य की पहली जिला महिला पुलिस प्रमुख बनी, बल्कि राज्य की पहली महिला पुलिस कमिश्नर बनने का अवसर मिला. वह अपने बैच में एकलौती महिला पुलिस अधिकारी थीं. अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? एक महिला होने के नाते उन्हें पुलिस फोर्स और राज्य के सत्ताधारी दल और नेताओं ने किस दृष्टि से देखा. पुलिस पर किस तरह राजनेता दबाव बनाते हैं, मीरां अपने जीवन में घटित घटनाओं के बहाने वर्तमान राजनीति, समूची प्रशासनिक-पुलिसिया प्रक्रिया और पुलिसिया चुनौती का भी ज़िक्र करती हैं.
- प्रकाशक: Pan Macmillan India
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* 'Soul And Sword: The History of Political Hinduism' - Hindol Sengupta
- हिंदुइज्म क्या है? पॉलिटिकल हिंदुइज्म क्या है? सबसे पहले हिंदुत्व शब्द का इस्तेमाल कब हुआ? सावरकर से पहले भी यह शब्द प्रचलन में था. आनंदमठ से भी पॉलिटिकल हिंदुइज्म का संबंध है क्या? आखिर हिंदुत्व को राजनीति से दूर क्यों रहना चाहिए और छत्रपति शिवाजी को जानना क्यों हैं ज़रूरी? केवल यही नहीं क्या वाकई गांधी और नेहरू पर गहराई से काम हुआ था? क्या कांग्रेस और आरएसएस पर बातें करने और इनकी आलोचना करने वाले लोग इनको गहराई से पढ़े हैं? ऐसे अनगिनत प्रश्नों के बीच राजनीति, भारत, हिंदुत्व और इतिहास के अंतर्संबंधों को उजागर करती पुस्तक.
- प्रकाशक: Vintage Books, Penguin Random House India
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* 'A Resurgent Northeast: Narratives of Change' - Ashish Kundra
- एक वरिष्ठ नौकरशाह की यह पुस्तक पूर्वोत्तर में उनके आंखोंदेखा हाल और अनुभवों पर आधारित है, जो पूर्वोत्तर के जनजीवन, इतिहास और वर्तमान नब्ज़ को जांचने-परखने में विशेष योगदान देती है. आखिर पंडित नेहरू की नीतियों ने वहां क्या कुछ बदल दिया था? पूर्वोत्तर के लोग क्यों खुद को 'अलग' मानने लगे थे? वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वोत्तर के लिए क्या कुछ प्रयास किए हैं, और उससे यहां के निवासियों के जीवन और उनकी सोच में क्या कुछ बदलावा आया है. यह पुस्तक पूर्वोत्तर के इतिहास से होते हुए उसके वर्तमान तक आती है और भविष्य में क्या कुछ किया जाना चाहिए, या वर्तमान में जो बदलाव हुए हैं, उनका क्या कुछ असर होगा, इस पर प्रकाश डालती है.
- प्रकाशक: Harper Collins India
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* 'Fire on the Ganges: Life Among the Dead in Banaras' - Radhika Iyengar
- बनारस, एक ऐसी जगह जहां जीवन और मृत्यु सबसे अकल्पनीय तरीके से सह-अस्तित्व में है... बनारस के घाट पर जीवन-मृत्यु के उत्सव में कैसे डोम- एक दलित उपजाति को परंपरागत रूप से हिंदू धर्म में दाह-संस्कार के लिए नामित किया गया. ऐसा माना जाता है कि इस जाति के पास पवित्र अग्नि का स्वामित्व है, जिसके बिना हिंदू धर्म में पैदा हुए लोगों की आत्मा को मृत्यु और पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति नहीं मिलेगी. बावजूद इसके इस समुदाय को जाति पदानुक्रम में सबसे निचले क्रम पर रखा गया है और उनके इस कर्म की निंदा भी की जाती है. यहां तक कि इसके सदस्य 'अछूत' माने जाते हैं. यह पुस्तक काशी के इसी डोम घराने की रोजमर्रा की वास्तविकताओं को- संघर्ष और अस्तित्व, हानि और महत्वाकांक्षा, विश्वासघात और प्रेम की उनकी कहानियों के माध्यम से दर्ज करने का अनूठा प्रयास करती है. यह एक समुदाय की कभी दिल तोड़ने वाली, तो कभी प्रफुल्लित कर देने वाली कहानी बताती है जो प्राचीन परंपरा से परे एक जगह पाने के लिए संघर्ष कर रहा है.
- प्रकाशक: Fourth Estate India
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* 'Love, Exile, Redemption: The Saga of Kashmir’s Last Pandit Prime Minister and his English Wife' -Siddharth Kak & Lila Kak Bhan
- 'कश्मीर' पर यह पुस्तक एक बेहद महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़, जो कभी इस राज्य के हिंदू और ब्राह्मण प्रधानमंत्री रहे राम चंद्र काक के जीवन के अनगिनत पहलुओं के बहाने इस राज्य का इतिहास, वहां के जीवन और राजनीति की उन उलझी कड़ियों के बारे में बताती है, जो लगभग अज्ञात सा है. पुस्तक में काक की डायरी की प्रविष्टियों के साथ-साथ उनके अप्रकाशित संस्मरण के खंड भी शामिल हैं, जो कश्मीर के एक ऐसे पक्ष को उजागर करती है, जिसे पहले कभी नहीं देखा गया न ही उनपर बात की गई. खास बात यह कि यह पुस्तक काक के पोते सिद्धार्थ काक और उनकी बेटी लीला काक भान द्वारा लिखी गई, जिन्हें अपने इस महान पारिवारिक वरिष्ठ के अतीत को लेकर बचपन में बहुत कम ज्ञात था. एक ऐसे कश्मीरी जोड़े की कहानी, जो इतिहास के शिखर पर मौजूद थे, जिन्होंने अपने रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं का अनुग्रह और साहस के साथ न केवल सामना किया बल्कि काफी हद तक उन्हें पार किया.
-प्रकाशक: Rupa Publications India
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* 'The Book of Bihari Literature' - Abhay K
- साहित्यिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण पुस्तक, जो बिहार की धरती से जुड़े विविध भाषाई साहित्य की उत्कृष्ट रचनाओं एवं उसके समृद्ध साहित्य और इतिहास को जानने का अवसर प्रदान करती है. पुस्तक में 2600 वर्षों से अधिक की अवधि में लिखी गई लघु कथाओं और कविताओं का चयन, संग्रह और अंग्रेजी अनुवाद शामिल है. ये रचनाएं अंगिका, बज्जिका, भोजपुरी, मगही, मैथिली, हिंदी, उर्दू, पाली, संस्कृत और फारसी जैसी विभिन्न और विशेष रूप से बिहार में बोली जाने वाली भाषाओं की प्रतिनिधि या फिर लेखक को प्रिय रचनाओं का संचयन है, जो बिहार के साहित्य को समझने एवं उसके साहित्य के समृद्ध इतिहास को जानने में मददगार है.
प्रकाशक: Harper Collins India
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वर्ष 2023 के 'साहित्य तक बुक कैफे टॉप 10' में शामिल सभी पुस्तक लेखकों, संपादकों, प्रकाशकों, अनुवादकों और प्रिय पाठकों को बधाई!