रायपुर साहित्य महोत्सव में कविता के सत्र में प्रतिष्ठित मराठी कवि हेमंत दिवटे ने अपनी कविता 'तितलियां' पढ़ी. उनकी कविताओं का अनुवाद अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन, उर्दू, अरबी, गुजराती, बंगाली, हिंदी, उड़िया, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में हो चुका है.
कॉम्प्लेक्स के गार्डन में घूमते हुए
मैंने सहज ही मित्र से कहा
अरे गहरे पीले रंग की छोटी तितलियां
नजर ही आती नहीं आजकल
तो वह सरलता से बोला
बहुत ही सरलता से बोला
वो ब्रांड अब बंद हो चुका है