आजकल की लाइफस्टाइल में बच्चों की जिंदगी में टीवी इस कदर शामिल हो गया है कि टीवी के किरदार उनके बेस्ट फ्रेंड बन गए हैं. इसके साथ ही बच्चे टीवी के काल्पनिक दुनिया को ही सच मानने लगते हैं, जिसका उन पर बुरा असर पड़ता है.
अमेरिका में हुए एक अध्ययन ने साबित किया है कि बेडरूम में टीवी या वीडियो गेम होने से बच्चों पर बुरा असर पड़ता है. यह अध्ययन 2 साल तक किया गया.
अध्ययन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बेडरूम में टीवी या वीडियो गेम होता है तो बच्चे पढ़ने, सोने और दूसरे जरूरी काम को कम समय देते हैं, जिसकी वजह से केवल बच्चों का स्कूल में प्रदर्शन खराब ही नहीं होता, बल्कि वो मोटापे का शिकार भी हो जाते हैं.
डेवलपमेंट साइकोलॉजी जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार बेडरूम में टीवी देखने और वीडियो गेम खेलने वाले बच्चे ज्यादा हिंसक हो जाते हैं.
मिशिगन स्वास्थ्य प्रणाली युनिवर्सिटी के अनुसार बेडरूम में टीवी होने से बच्चों के स्वास्थ्य के साथ उनके दिमाग पर भी गलत असर पड़ता हैं. बच्चों की सोच नेगेटिव होने लगती है.
पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता. साथ ही वो टीवी मे दिखाई गई काल्पनिक चीजों को सच मानकर ट्राई करने लगते हैं.
यह भी बताया गया कि ज्यादा समय तक टीवी के आगे बेठे रहने से बच्चों का वजन बढ़ने के साथ वो कई बीमारियों की चपेट में आने लगते हैं.
हाल ही में ब्लू व्हेल गेम का बच्चों के दिमाग पर काफी बुरा असर देखा गया.
कई बच्चों ने इस गेम की वजह से अपनी जान गवा दी. जिसके बाद इस गेम को बैन करने का फैसला लिया गया.
बच्चों के खाने की खराब आदत के पीछे कहीं ये वजह तो नहीं...
इससे पहले भी कई टीवी प्रोग्राम के कारण बच्चों को अपनी जान देनी पड़ी.
इसके साथ ही टीवी पर दिखाए गए स्टंट्स को कॉपी करने की चाहत में बहुत से बच्चे कई ऐसी ला-इलाज चोटों के शिकार हुए. जिसने उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी.