नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) अमेरिका में लिवर की बीमारी के सबसे आम कारणों में से एक है. यह एक ऐसी कंडीशन है जिसमें लिवर में ज्यादा फैट जमा हो जाता है. भारत में भी ये तेजी से फैल रही एक बीमारी है. लिवर में लंबे समय तक फैट जमा होने से आगे चलकर फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि लिवर के लिए कौन से फूड्स हानिकारक होते हैं.
फाइबर, लीन या प्लांट-बेस्ड प्रोटीन, हेल्दी फैट से भरपूर, पौष्टिक डाइट लिवर की सेहत को बेहतर बनाने, बीमारी का खतरा कम करने और हेल्दी तरीके से वजन घटाने का सबसे अच्छा तरीका है. यहां हम आपको ऐसे ही कुछ फूड्स बता रहे हैं जो लिवर को सड़ाते हैं.
शराब
शराब पीना लिवर के लिए बेहद हानिकारक है, यह बात किसी से छुपी नहीं है. शराब का मेटाबॉलिज्म (टूटने) की प्रक्रिया लिवर पर बहुत दबाव डालती है जिससे कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और लिवर डैमेज होने लगता है. अगर आप लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं तो शराब से दूर रहें.
मीठा और मीठी ड्रिंक्स
कैंडी, सोडा और मीठे जूस लिवर में ज्यादा फैट जमा कर सकते हैं जिससे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) हो सकती है. जब आप बहुत चीनी खाते हैं तो आपका लिवर उसे कंट्रोल करने में संघर्ष करता है जिससे चर्बी जमा हो जाती है, इंसुलिन प्रतिरोध होता है और लॉन्ग टर्म डैमेज होता है
तला हुआ भोजन
फ्रेंच फ्राइज, बर्गर और पिज्जा जैसे फास्ट फूड में अनहेल्दी सैचुरेटेड और ट्रांस फैट ज्यादा होता है जिससे लिवर में फैट जमा हो सकता है और सूजन हो सकती है जो आगे चलकर फैटी लिवर का कारण होता है.
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट
सफेद आटे से बनी चीजें जैसे सफेद ब्रेड और पास्ता शरीर में जाकर तेजी से शुगर में कन्वर्ट होती हैं. मीठे खाने की तरह ही ये लिवर में फैट जमा होने में मदद कर सकती हैं. इसलिए लिवर को हेल्दी रखने के लिए इनका सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए.
नमकीन खाने
ज्यादा सोडियम वाले पैकेज्ड और प्रोसेस्ड खाने लिवर में फ्लूइड रिटेंशन हो सकता है जिससे उसका काम करना और मुश्किल हो जाता है.