रनिंग करना (दौड़ना) काफी अच्छी एक्सरसाइज है जो पूरी बॉडी, मसल्स और माइंड पर काम करती है. इसे सबसे अच्छी कार्डियो एक्सरसाइज मानते हैं. कई लोग रोजमर्रा की लाइफ में जिम नहीं जाते लेकिन रनिंग जरूर करते हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो रनिंग तो करते हैं लेकिन उन्हें काफी जल्दी थकान हो जाती है. अब आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में फिटनेस और रनिंग का शौक रखने वाले हर व्यक्ति की यही चाहत होती है कि वो बिना थके लंबी दूरी तय कर सके. तो आइए आज हम आपको 5 तरीके बताते हैं जो आपकी स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ एंड्यूरेंस बढ़ाने में भी काफी मदद कर सकते हैं.
छोटे लेकिन तेज स्प्रिंट
स्ट्राइड्स का मतलब है छोटी दूरी या 10–30 सेकंड के लिए तेज दौड़ लगाना और फिर आराम से जॉगिंग या वॉकिंग करना. इसे ऐसे समझ सकते हैं जैसे आप अपनी दौड़ में बस हल्का‑सा स्पीड बूस्ट लगाते हैं और फिर पूरे टाइम नहीं भागते. ये आपके पैरों को तेज मूवमेंट की आदत दिलाते हैं लेकिन शरीर पर बहुत ज्यादा लोड नहीं डालते.
इंटरवल ट्रेनिंग
इस टेक्नीक में आप पूरी दूरी एक ही स्पीड में न दौड़ें. रनिंग के बीच-बीच में थोड़े समय के लिए अपनी पूरी ताकत लगाकर तेज दौड़ें और फिर कुछ देर धीरे चलकर या जॉगिंग करके आराम करें. इसका फायदा ये होगा कि इससे आपके पैरों के मसल्स तेज़ स्पीड के लिए तैयार होते हैं.
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें
देर तक स्पीड से दौड़ने के लिए सिर्फ रनिंग ही नहीं बल्कि शरीर में ताकत होना भी जरूरी है. हफ्ते में कम से कम 2 दिन अपने पैर, कमर और कोर मसल्स को मजबूत बनाने वाली एक्सराइज करें जिसमें स्क्वॉट्स और प्लैंक भी शामिल हों. मजबूत मसल्स आपके जोड़ों पर दबाव कम करती हैं और आपको दौड़ते समय सही संतुलन देती हैं.
दौड़ने की सही तकनीक अपनाएं
गलत तरीके से दौड़ने से एनर्जी वेस्ट होती है और चोट लगने का भी खतरा बना रहता है. सही तरीके से दौड़ने के लिए आप अपनी पीठ सीधी रखें, नजर सामने की ओर हों और छोटे कदम उठाएं. दौड़ते समय हाथों को भी सही तालमेल में हिलाएं. इससे आप देरी तक दौड़ पाएंगे.
रेस्ट और रिकवरी
कई लोग रनिंग के लिए मेहनत तो करते हैं लेकिन रिकवरी के लिए आराम नहीं करते. ऐसा करने से आपके मसल्स और लिगामेंट्स में सूजन आ सकती है जो गंभीर खतरा भी पैदा कर सकते हैं. इसलिए हफ्ते में 1 पूरा दिन आराम करें और रोजाना करीब 7 से 8 घंटे की गहरी नींद लें.