Diabetes: आजकल के समय में डायबिटीज की समस्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. डायबिटीज के बढ़ने के पीछे मोटापे को इसका मुख्य कारण माना जाता है. डायबिटीज के मुख्य लक्षणों में प्यास लगना, थकान महसूस होना और बार-बार पेशाब आना शामिल है. डायबिटीज की समस्या होने पर शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है. ऐसे में जरूरी होता है ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जाए.
डायबिटीज होने पर शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने लगता है. जब हम खाना खाते हैं तो इससे हमारे शरीर को ग्लूकोज मिलता है. इस ग्लूकोज का इस्तेमाल कोशिकाएं शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए करती हैं. शरीर में इंसुलिन ना होने पर यह अपने काम को अच्छी तरह से नहीं कर पाती. जिससे कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं मिल पाता. यह ग्लूकोज हमारे ब्लड में जमा होने लगता है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.
अबराका में डेल्टा स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रमुख जांचकर्ता एंथनी ओजीह ने कहा कि प्याज काफी सस्ता होता है और आसानी से मिल जाता है. प्याज में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जिससे डायबिटीज के मरीजों का इलाज किया जा सकता है. एक एनीमल स्टडी में डायबिटीज वाले चूहों के तीन अलग-अलग समूहों पर प्याज के रस की अलग-अलग डोज के प्रभावों को देखा गया. इसमें चूहों को प्रतिदन 400 और 600 mg/kg प्याज का रस पिलाया गया. इसे पिलाने के बाद चूहों का ब्लड शुगर लेवल चेक किया गया और पाया कि ब्लड शुगर लेवल में 50 से 35 फीसदी की गिरावट देखी गई.
मिस्टर ओजिह ने समझाया कि हमने उस तंत्र की जांच की जिसके द्वारा प्याज से ब्लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है लेकिन हमारे पास अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं है. क्वेरसेटिन और सल्फर से ब्लड शुगर लेवल कम होता है. इन दोनों में ही डायबिटीज को कम करने के गुण पाए जाते हैं. क्वेरसेटिन, जो एक फ्लेवोनॉइड है पूरे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है. करंट मेडिसिनल केमिस्ट्री जर्नल में प्रकाशित एक मेडिकल पेपर ने समझाया कि , फ्लेवोनॉइड्स पॉलीफेनोल्स का एक बड़ा समूह है जो ह्युमन डाइट में व्यापक रूप से मौजूद होते हैं. क्वेरसेटिन में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते माना जाता है कि इससे डायबिटीज समेत कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है. अध्ययनों ने यह भी सुझाव दिया है कि क्वेरसेटिन और सल्फर से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी नियंत्रित किया जा सकता है.
इसके अलावा यह भी पाया गया है कि सब्जियों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हाई ब्लड प्रेशर को कम करने और ब्लड क्लॉटिंग से बचाने में भी मदद कर सकते हैं. ऐसे में हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए प्याज का सेवन करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. इन सभी क्वॉलिटीज के चलते प्याज हार्ट के मरीजों और हृदय संबंधी बीमारियों जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक को रोकने में फायदेमंद साबित हो सकता है.
(Disclaimer: अपनी डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें)