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Black Garlic Benefits: भूल जाएंगे लहसुन, जब जानेंगे 'काले लहसुन' के फायदे! एक्सपर्ट्स ने बताया सेहत के लिए क्यों है खास

Black Garlic Benefits: ब्लैक गार्लिक कच्चे लहसुन का ऐसा रूप है जो न बदबू करता है और न ही पेट को नुकसान पहुंचाता है. जानिए इसके फायदे, कच्चे लहसुन से फर्क, सही मात्रा और एक्सपर्ट्स की राय.

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ब्लैक गार्लिक आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है. (Photo: ITG)
ब्लैक गार्लिक आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है. (Photo: ITG)

Black Garlic Benefits: ये बात किसी से छिपी नहीं है कि लहसुन बहुत गुणकारी है और शरीर को एक-दो नहीं बल्कि कई फायदे देता है. इतने फायदे होने के बाद भी कई लोग ऐसे हैं जिनकी लहसुन का आते ही नाक सिकुड़ जाती है और दिमाग में उसकी तेज खुशबू और तीखा स्वाद घूमने लगता है. कोई इसे सेहत का खजाना मानता है, तो कोई सिर्फ बदबू के डर से इससे दूरी बनाए रखता है. लेकिन जरा रुकिए और सोचिए... अगर हम कहें कि लहसुन का एक ऐसा रूप भी है जो न बदबू करता है, न ज्यादा तीखा होता है और स्वाद में हल्का मीठा लगता है, तो?

जी हां, लहसुन का एक ऐसा रूप भी होता है और उसे ब्लैक गार्लिक यानी काले लहसुन के नाम से जाना जाता है. ये लहसुन का वो अवतार, जो दिखने में काला है, खाने में अलग है और सेहत के मामले में लोगों को दीवाना बना रहा है.

क्या होता है ब्लैक गार्लिक?

ब्लैक गार्लिक कोई आसमान से टपकी हुई अलग चीज नहीं है. ये वही सफेद लहसुन होता है, जिसे आप रोज अपने खाने में डालते हैं या उसे खाने से बचते हैं. बस इसे बनाने का तरीका थोड़ा खास होता है.

इसे बनाने के लिए नॉर्मल लहसुन को एक फिक्स्ड टेंपरेचर और नमी में कई हफ्तों तक धीरे-धीरे पकाया जाता है. न कोई मसाला डाला जाता है, न कोई केमिकल मिलाया जाता है. इस लंबे प्रोसेस के दौरान लहसुन के अंदर अपने-आप बदलाव होने लगते हैं. धीरे-धीरे उसका रंग सफेद से भूरा और फिर पूरा काला हो जाता है. साथ ही उसका तीखापन खत्म हो जाता है और स्वाद हल्का मीठा और सॉफ्ट-सा हो जाता है.

ब्लैक गार्लिक और कच्चे लहसुन में क्या है फर्क?

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डायटीशियन विद्या चावला के अनुसार, कच्चे लहसुन में एलिसिन नाम का तत्व होता है. यही वजह है कि उसकी खुशबू इतनी तेज होती है और इसमें जबरदस्त एंटी-बैक्टीरियल ताकत भी होती है. लेकिन दिक्कत ये है कि यही एलिसिन कई लोगों के पेट को सूट नहीं करता. किसी को गैस होती है, तो किसी को जलन या भारीपन महसूस होता है.

वहीं ब्लैक गार्लिक में यही एलिसिन धीरे-धीरे बदलकर S-allyl cysteine (SAC) बन जाता है. आसान भाषा में कहें तो ये एक ऐसा तत्व है जो ज्यादा एलिसिन से कहीं ज्यादा स्टेबल होता है और शरीर इसे आसानी से पचा लेता है. इसी वजह से ब्लैक गार्लिक पेट पर हल्का पड़ता है.

यानी अगर आपको लहसुन के फायदे चाहिए लेकिन पेट की परेशानी नहीं, तो ब्लैक गार्लिक एक बढ़िया ऑप्शन हो सकता है.

पेट की परेशानी वालों के लिए बेहतर ऑप्शन

अगर आपको अक्सर एसिडिटी, गैस या GERD की दिक्कत रहती है, तो कच्चा लहसुन खाने से परेशानी बढ़ सकती है. ऐसे लोगों के लिए ब्लैक गार्लिक एक बेहतर और सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है. ग्लेनईगल्स अस्पताल की न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. कार्थिगई सेल्वी के मुताबिक, ब्लैक गार्लिक कच्चे लहसुन के मुकाबले काफी कम तीखा होता है. यही वजह है कि इसे खाने से पेट में जलन, एसिडिटी या भारीपन जैसी समस्याएं आमतौर पर नहीं बढ़तीं.

ब्लैक गार्लिक के फायदे

न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा के अनुसार, ब्लैक गार्लिक आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. उन्होंने इसके फायदे गिनाते हुए बताया कि ये

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1. शरीर की सूजन कम करने में मदद करता है

2. इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है

3. दिल की सेहत को सपोर्ट करता है

4. लिवर की सुरक्षा में मददगार हो सकता है

5. प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाव में मददगार है

कितना और कैसे खाएं ब्लैक गार्लिक?

एक्सपर्ट्स की मानें तो आप रोज 1 से 2 कली ब्लैक गार्लिक खा सकते हैं. आप इसे सीधा चबा सकते हैं, खाने में मिला सकते हैं और सॉस या स्प्रेड में इस्तेमाल कर सकते हैं. मार्केट में इसकी कीमत करीब 250 से 400 रुपये (100 ग्राम) होती है.

किन लोगों को बरतनी चाहिए सावधानी?

यूं तो ब्लैक गार्लिक बहुत फायदेमंद है, लेकिन हेल्दी चीजें भी हर किसी के लिए हेल्दी नहीं होती हैं. बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें ब्लैक गार्लिक खाने से बचना चाहिए. अगर आप ब्लड थिनर दवाइयां लेते हैं, तो ब्लैक गार्लिक खाने से पहले सावधानी बरतें. डॉ. सेल्वी के अनुसार, जैसे कच्चा लहसुन ज्यादा खाने से नुकसान हो सकता है, वैसे ही ब्लैक गार्लिक भी सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए.

क्या ब्लैक गार्लिक कैंसर से बचाता है?

ब्लैक गार्लिक को लेकर एंटी-कैंसर दावे भी किए जाते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इस पर अभी और रिसर्च की जरूरत है. डॉ. सुदीप खन्ना के मुताबिक, फिलहाल स्टडीज ये बताती हैं कि ब्लैक गार्लिक सूजन कम करता है और फ्री रेडिकल्स से लड़ता है, लेकिन इसे कैंसर का इलाज नहीं माना जा सकता.

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एक्सपर्ट्स साफ कहते हैं कि कोई भी एक चीज आपकी सेहत का चमत्कार नहीं कर सकती. डॉ. कार्थिगई सेल्वी कहती हैं कि ब्लैक गार्लिक हेल्दी डाइट का हिस्सा हो सकता है, लेकिन ये न तो बीमारी ठीक करता है और न ही दवाइयों की जगह ले सकता है.

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